मानवीय पहल: गरीबी के कारण फटे कपड़ों में घूम रहे बच्चें को टीएस आई ने पहनवाएं ने कपड़े, बच्चें की आंखों से निकलें खुशी के आंसू
हापुड़।
आज दोपहर में यातायात प्रभारी छवि राम यातायात व्यवस्था में लगे हुए थे तभी उनकी नजर एक लड़के पर पड़ी जिसके सारे कपड़े फट रहे थे। यातायात प्रभारी ने लड़के से पूछा कि बेटा आपने इतने फ़टे कपड़े कैसे पहन रखे हैं तो लड़का उदास होकर कहने लगा कि मेरी माताजी का स्वर्गवास हो गया है और पिताजी मजदूरी करते हैं इसलिए पैसे नहीं हैं।
यातायात प्रभारी द्वारा लड़के को दुकान पर ले जाकर नए कपडे खरीदकर दिए गए। नये कपड़े पहनकर लड़के की आंखों से खुशी के आंसू निकल पड़े।