वित्त वर्ष 2018-19 में बड़े लेन देन करने और टैक्स रिटर्न न फाइल करने वालों की तादाद 15 लाख से भी ऊपर है। सरकार की तरफ से संसद में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात सरकार ने बताई है। जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग नें नॉन– फाइलर्स मॉनिटरिंग सिस्टम यानि एनएमएस लागू किया है। ये सिस्टम पहले से मौजूद जानकारी के साथ साथ किसी व्यक्ति के लेन देन से जुड़े थर्ड पार्टी आंकड़ों को इकट्ठा कर विश्लेषण करता है। इसी सिस्टम के जरिए पता चला है कि लाखों लोगों ने बड़े लेन देन तो किए हैं, लेकिन टैक्स रिटर्न दाखिल नहीं किया है।
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विभाग की तरफ से ऐसे लोगों को नोटिस जाने शुरू हो गए हैं और उनसे लेन देन की जानकारी मांगी जा रही है। आयकर विभाग के मुताबिक विदेश यात्रा, डीमैट खातों, शेयर, बॉन्ड, बीमा जैसी तमाम सेवाओं पर पैन कार्ड अनिवार्य किए जाने और सिस्टम में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने के चलते टैक्स चोरी में गिरावट देखने को मिल रही है।
टॉप पर महारष्ट्र, यूपी वाले भी कम नहीं
नॉन फाइलर्स में सबसे ऊपर 2.83 लाख लोगों के साथ महाराष्ट्र है। तमिलनाडु में 1.51 लाख, आंध्र प्रदेश में 1.45 लाख, कर्नाटक में 1.34 लाख, उत्तर प्रदेश 1.08 लाख लोगों ने टैक्स रिटर्न नहीं फाइल किया है। दिल्ली में 73 हजार, हरियाणा में 50 हजार, बिहार में 35 हजार, झारखंड में 17 हजार और उत्तराखंड में करीब 10 हजार लोगों ने रिटर्न नहीं फाइल किए है।