पुलिस का अमानवीय चेहरा : खीर के प्रसाद से भरी ईं-रिक्शा पलटी,एक बच्चीं सहित चार महिलाएं झुलसी, दो मेरठ रैफर ,पुलिस पर मूकदर्शक बनें रहनें का आरोप

हापुड़ (अमित मुन्ना)।

पुलिस की लापरवाही के चलते कावड़ियों को खीर का प्रसाद बांटनें जा रही एक ईं-रिक्शा पलट गई। जिससे उसमें बैठी एक बच्चीं सहित चार महिलाएं गर्म खीर गिरनें से झुलस गई। पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी मूकदर्शक बनें देखतें रहे,परन्तु किसी ने झुलसी महिलाओं की मदद नहीं की। गंभीर रुप से झुलसी दो महिलाओं को मेरठ रैफर किया गया।

जानकारी के अनुसार महाशिवरात्रि पर्व पर मंगलवार को बाबूगढ़ क्षेत्र के होशियारपुर गढी निवासी रूमा (20) सोमबीरी(36) रूबी(26) हिमांशी(9)
ई-रिक्शा में खीर का प्रसाद रख कावड़ियों के लिए वितरण करने जा रही थी।

परिजनों ने बताया कि थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के छपकोली मंदिर के पास पुलिस ने बेरीकेट्स कर रास्ता रोक रखा था। मयूरी को देख पुलिसकर्मी उन पर बरस पड़े,जबकि उन्होंने बताया था कि यह खीर का प्रसाद कावडिय़ों को बांटना है,परन्तु पुलिसकर्मियों द्वारा हड़कानें पर उनके डर से एकाएक ई-रिक्शा मुड़ते समय अचानक एक पहिया गढ्ढें में आ गया। जिससे रिक्शा पलट गई और उसमें बैठी बच्चीं व महिलाओं पर गर्म खीर गिर गई। जिससे वह झुलस गई।

परिजनों का आरोप हैं कि हादसा होनें के बाद भी पुलिसकर्मी मूकदर्शक बन खड़ें रहे। किसी ने भी कोई मदद नहीं की। वे स्वंय ही चलकर अस्पताल पहुंचे। दो महिलाओं की गंभीर हालत को देखते उन्हें मेरठ रेफर किया गया।

सीओ सिटी वैभव पांडें ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर लगाए आरोप बेबुनियाद है। ईरिक्शा को नो पार्किंग में जानें से रोका गया था। पार्किंग में जाते समय अंसतुलित होकर रिक्शा पलट गई थी। घटना के बाद पुलिस ने मौकें पर एंबुलेंस बुलाकर उन्हें अस्पताल भेजा था और उनके साथ कोई दुव्यर्वहार नहीं किया गया ।

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