हापुड़ / गाजियाबाद।
नौकरी दिलाने और रुपयों का झांसा देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के आरोपी पादरी और उसकी पत्नी की जिला जज की कोर्ट ने सुनवाई के बाद शनिवार को जमानत अर्जी स्वीकार कर ली। वहीं, दोनों आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी टल गई है। इस मामले में पुलिस अभी और साक्ष्य जुटा रही है। इसकी पुष्टि डीएम राकेश सिंह ने की है। उनका कहना है कि एनएसए लगाने के लिए जिन साक्ष्यों की जरूरत होती है, उनका अभी अभाव है। पूर्ण साक्ष्य जुटाने के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। हापुड़ निवासी पादरी महेंद्र और उनकी पत्नी सीमा को धर्मांतरण गिरोह संचालन करने के आरोप में मोदीनगर पुलिस द्वारा पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के कब्जे से बरामद फोन से पुलिस को दंपती के राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के साक्ष्य मिलने के दावे किए गए थे। वहीं यह भी आरोप थे कि दंपती को विदेशों से फंडिंग की जाती है।