डीएमओ के नेतृत्व में मलेरिया विभाग की टीम ने पूरे गांव को सैनिटाइज किया
हापुड़, । डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार त्यागी ने बृहस्पतिवार को जनपद के सिंभावली ब्लॉक अंतर्गत बढ्ढा गांव का दौरा किया और ग्रामीणों को मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया। उन्होंने सीएचसी सिखेड़ा की ओर से गांव में आयोजित कैंप का भी जायजा लिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया – जनपद में अब तक डेंगू के छह मामलों की पुष्टि हुई है। बढ्ढा गांव में चार मामलों की पुष्टि होने पर वहां कंटेनमेंट एरिया में की जाने वाली सारी गतिविधियां आयोजित की गई हैं।
सीएमओ ने बताया – जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) सतेंद्र कुमार के नेतृत्व में मलेरिया विभाग की टीम ने पूरे गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया है और साथ ही संभावित ब्रीडिंग स्रोत भी नष्ट कराए गए हैं। सीएचसी सिखेड़ा प्रभारी डा. अमित बैंसला की देखरेख में गांव में कैंप आयोजित कर बुखार पीड़ित ग्रामीणों की स्क्रीनिंग की गई और दवा भी दी गई। स्क्रीनिंग के दौरान बुखार के दो मरीजों की रैपिड किट से हुई जांच में मलेरिया का पता चला है, माइक्रोस्कोप से जांच की जा रही है, रिपोर्ट आने के बाद मलेरिया की पुष्ट की जा सकेगी, हालांकि दोनों का उपचार शुरू कर दिया गया है।
डीएमओ सतेंद्र कुमार ने बताया – एपिडेमियोलॉजिस्ट डा. राजश्री और आईडीएसपी से डा. मनीष ने भी मलेरिया विभाग की टीम के साथ गांव का दौरा किया और ग्रामीणों को डेंगू – मलेरिया से बचाव के लिए जरूरी एहतियात के बारे में जानकारी दी। ग्रामीणों को बताया गया कि डेंगू संक्रमण के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में होता है। इसलिए घर के एसी और फ्रिज की ट्रे के साथ कूलर और गमलों की प्लेट में में पानी बदलते रहें। कूलर को एक सप्ताह में साफ करके सुखाने के बाद ही दोबारा पानी भरें। ध्यान रहे एडीज मच्छर केवल दिन में काटता है।
डा. राजश्री ने बताया – अधिक ऊंचाई तक न उड़ने वाला यह मच्छर अक्सर घुटनों से नीचे काटता है इसलिए पूरे शरीर को ढकने के साथ पैरों को भी ढक कर रखना जरूरी है। मलेरिया के लिए जिम्मेदार मादा एनाफिलीज मच्छर रुके हुए गंदे पानी में पनपता है, इसकी ब्रीडिंग रोकने के लिए नालियों की नियमित सफाई जरूरी है। ग्रामीणों को बताया गया कि बुखार होने पर स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लें। संतुलित आहार का सेवन करें और पानी पीते रहें।