कोतवाली क्षेत्र में दो लूट की घटनाओं का अभी तक पुलिस नहीं लगा पाई सुराग

सिपाकी की मौत के रहस्य से भी पुलिस अभी तक पर्दा नहीं उठा सकी

हापुड़। कोतवाली क्षेत्र में दस दिन के अंदर ही दो लूट होने के बाद भी पुलिस अभी तक बदमाशों को पकड़ने के आसपास भी नहीं है। वहीं पुलिस लाइन में सिपाही की मौत के मामले में भी पुलिस आत्महत्या मानकर मामले की औपचारिकता पूरी करने में जुटी है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली को लेकर व्यापारियों और पंजाबी समाज सवाल उठाने लगा है।

हापुड़ के गढ़ रोड स्थित कृष्णा नगर कालोनी में लकड़ी व्यापारी देवेश गुलाठी के घर में शाम के समय घुसकर बदमाशों ने लूटपाट और मारपीट की। बदमाश व्यापारी की लाइसेंसी रिवाल्वर भी छीन कर ले गए थे। पुलिस ने इस वारदात में बदमाशों की तलाश में कभी लकड़ी व्यापारी की पत्नी के रिश्तेदारों से पूछताछ की क्योंकि लकड़ी व्यापारी का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था।

इसके अलावा भी पुलिस ने टीम गठित कर कई बिंदुओं पर जांच की लेकिन आज दस दिन से ज्यादा का समय होने को जा रहा है और पुलिस के हाथ खाली हैं। वहीं रेडिमेड गारमेंट व्यापारी डिंपल खरबंदा के साथ तीन दिन पूर्व दुकान बंद कर घर लौटते समय बाइक सवार बदमाशों ने शिवपुरी कालोनी के चौराहे पर पिस्टल तानकर लूटपाट की और उससे पच्चीस हजार रुपये, अंगूठी, चैन और दुकान की चाबी लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस ने कालोनी के एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में इन बदमाशों को जाते हुए भी देखा।

लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। वहीं रिर्जव पुलिस लाइन में तैनात सिपाही की मौत पर भी अभी रहस्य बना हुआ है। हालांकि सिपाही ने सर्विस राइफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी, लेकिन उसकी आत्महत्या के पीछे क्या कारण रहा, इसका पता अभी तक नहीं लग सका है।

पुलिस ने मृतक सिपाही के मोबाइल कॉल डिटेलों को भी खंगाला लेकिन अभी तक कुछ हाथ नहीं लग सका है। तीनों ही मामलों में पुलिस को अभी तक कोई ऐसा पुख्ता जानकारी हाथ नहीं लग सकी है जिसके बल पर बदमाशों तक पहुंचने का रास्ता साफ हो सके।

वहीं एएसपी मुकेश चंद मिश्रा का कहना है कि लूट की वारदातों का शीघ्र खुलासा किया जायेगा।

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