हापुड़़। वाटरशेड विकास कम्पोनेंट प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, 2.0 के अन्तर्गत जनपद स्तर पर एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया।
वाटरशेड विकास कम्पोनेंट प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, 2.0 योजना भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार तथा परती भूमि विकास विभाग उ0प्र0 सरकार के 60:40 के वित्त पोषण से वाटर शेड विकास योजना जनपद हापुड़ को वाटरशेड विकास कम्पोनेंट, प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, 20 दो परियोजना आवंटित की गयी है जिसमें वि०ख० हापुड एवं सिम्भावली के 70 ग्राम पंचायतों में वाटरशेड विकास कार्य संचालित किये जायेंगे। जो 2022-23 से 2026-27. पंचवर्षीय योजना है जिसमें प्राकृतिक संसाधन प्रबन्धन, उत्पादन प्रणाली, सम्पत्ति रहित व्यक्तियों के लिए आजीविका गतिविधियों, सूक्ष्म उद्यम और व्यवसाय विकास कार्य संचालित किये जायेगे।
योजना के प्रारम्भिक चरण में जनपद / माइकोवाटरशेड स्तरीय एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किये जा रहे है। जिसके क्रम में आज जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। कार्यशाला में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित डब्लयू०सी०डी०सी० के अधिकारीगण, माइकोवाटरशेड में स्थित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान, स्वयं सहायता समूह की दीदीयों कृषकों तथा पशुपालकों द्वारा सैकड़ो से अधिक की संख्या में प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में भूमि संरक्षण द्वारा योजना पर प्रकाश डाला गया, तत्पश्चात उपायुक्त मनरेगा / एन०आर०एल०एम० द्वारा मनरेगा और एन०आर०एल०एम०, जिला उद्यान अधिकारी द्वारा उद्यानीकरण एवं स्प्रिंकलर तथा ड्रिप पर अनुदान तथा जल संरक्षण, मत्स्य निरीक्षक द्वारा, मत्स्य विभाग की योजनाओं तथा अनुदान, उप कृषि निदेशक द्वारा किसान सम्मान निधि और अपने विभाग की अन्य विभागीय योजनाओं, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी द्वारा पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं के विषय में व्यापक जानकारी उपलब्ध करायी।