जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न संसाधन संकट से भारत में होंगे गृहयुद्ध के हालात , इसलिए जनसंख्या नियंत्रण कानून आज देश की पहली आवश्यकता- सांसद अनिल अग्रवाल
हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना/अनूप सिन्हा)।
जनसंख्या पर नियंत्रण हेतु कानून बनाने के लिए प्रधानमंत्री जी को पत्र लिख चुके राज्यसभा सांसद और जाने माने शिक्षाविद अनिल अग्रवाल ने रविवार रात्रि जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी की फेसबुक के माध्यम से आयोजित आनलाईन बैठक में देशभर के 400 जिलों से जुड़े संगठन के हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण का मुख्य कारण बेतहाशा बढती जनसंख्या है।
श्री अग्रवाल ने सुझाया कि जनसंख्या असंतुलन की इस समस्या के समाधान के लिए देश के सभी नागरिकों के लिए जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या कानून लागू होना अति आवश्यक है।
कहा कि असम, पश्चिम बंगाल और केरल के हालात आने वाले समय में कश्मीर जैसे हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व की लगभग 18% जनसंख्या का भार वहन कर रहा है, जबकि आबादी के अनुपात में उसका भूभाग बहुत कम यानि लगभग 2.4 % और जल 4% है। यही कारण है कि सरकार के तमाम उपायों के बावजूद भी देश में बेरोजगारी की समस्या बढ रही है।
11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आन-लाइन बैठक को संबोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने पिछले 8 वर्षों से जनसंख्या विषय पर काम कर रहे जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि देश की इस भीषण समस्या के समाधान के लिए शुक्रवार को 22 राज्यों के लगभग 400 जिला और उनकी तहसील मुख्यालयों से संबंधित जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा जाना अति सराहनीय है।
उन्होंने जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसाम, त्रिपुरा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक आदि सहित सुदूर केरल के सभी कार्यकर्ताओं को आगामी एक वर्ष में गली गली जागरण करके जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आन्दोलन खडा करने की योजना पर बधाई दी।
देश की आन्तरिक स्थिति पर बोलते हुए अनिल अग्रवाल ने कहा कि जातिवाद की गहराती जड़ें देश के लिए खतरनाक हैं। भारत को अखंड भारत बनना है और हिन्दू संस्कृति को विश्व का मार्गदर्शक बनना है तो हमें जातिवाद से ऊपर उठना होगा। कण कण में श्रीराम को खोजने वाली संस्कृति को आपस में वैमनस्य समाप्त करना होगा।
उन्होंने आशा जताई कि उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नीति लागू होने बाद अब प्रधानमंत्री जी द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून शीघ्र से शीघ्र बनेगा और देश के सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होगा। जनसंख्या समाधान फ़ाउंडेशन हापुड़ के सदस्य लाईव जुड़े राजेंद्र गुर्जर, सुन्दर कुमार आर्य, विजयपाल चौधरी , कमल सिंह प्रधान,ज्योति सक्सेना, अमित बैसला, तेजेंद्र शर्मा,पवन हूण, सुधीर त्यागी, आदि सैकड़ों की संख्या में सदस्य लाईव रहे।
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