सुंदर युवती से शादी कराने का झांसा देकर कराते थे धर्म परिवर्तन
मोदीनगर:
गांव शाहजहांपुर में मतांतरण का मामला सामने आया तो पुलिस की नींद टूटी, लेकिन मतांतरण का जाल पिछले कई सालों से शहर की दलित बस्तियों में फैला है। आरोपित महेंद्र के गुर्गे यहां जगतपुरी, लंकापुरी, डबल स्टोरी, बिसोखर समेत अन्य जगहों पर फैले हैं। जाे यहां समय-समय पर शिविर आयोजित करते थे।
प्रलोभन देकर शिविर में लोगों को बुलाकर उन्हें मतांतरण के लिए प्रेरित करते थे। इन शिविरों में धर्म प्रचार की आड़ में लोगों का ब्रेनवाश कराया जाता। मतांतरण गिरोह के सदस्य ईसाई के प्रचार के लिए लोगों को पुस्तकें देते। इन पुस्तकाें में ईसाई की विशेषता आदि का वर्णन था। आरोपित मतांतरण होने पर जीवन बदल जाने का झांसा देते। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि शहर में कई लोगों का मतांतरण कराया चुका है।
जिससे पुलिस बेखबर है। मतांतरण की सूचना पर कई बार हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने हंगामा किया। पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन मामला रफादफा हो गया। आरोपित हर महीने जगह बदल-बदलकर यहां शिविर आयोजित करते रहे। अंदेशा है कि यह सब कुछ सोची समझी साजिश के तहत चल रहा है। इसमें पुलिस के साथ लोकल इंटेलिजेंस का भी फेलियर सामने आया है।
सुंदर युवती से शादी कराने का झांसा
आरोपित मजबूर लोगों काे निशाना बनाते थे। यह मजबूरी आर्थिक के अलावा पारिवारिक भी होती थी। ये आर्थिक रूप से कमजोर उन युवकों पर नजर रखते थे, जिनकी शादी नहीं हो रही थी। वे ऐसे युवकों को ईसाई धर्म में शामिल होने पर सुंदर ईसाई युवती से शादी कराने का झांसा देते थे। मतांतरण के बाद शादी और रहने के लिए ट्रस्ट की तरफ से मकान दिलाने का भी झांसा दिया जाता था।
शादी का खर्च भी खुद उठाने का लालच दिया जाता था। इतना ही नहीं, महेंद्र जब मोदीनगर के गांव शाहजहांपुर आया तो उसके साथ भी चार युवतियां थी। हालांकि, उनसे पूछताछ में पुलिस कोे कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया।
रोहित के घर से अहम सुराग मिलने की संभावना
आरोपित महेंद्र गांव शाहजहांपुर में रोहित और कुसुम के घर भी मतांतरण कराने आया था। ऐसे में अंदेशा है कि इनके घर पहले भी लोगों का मतांतरण कराया गया। ऐसे में इनके घर से पुुलिस को अहम सुराग मिलने की संभावना है। जिससे गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त होगा। घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर कब्जे में लेकर पुलिस फुटेज चेक कर रही है।