फनती गंगा के कारण खादर क्षेत्र के गांवों में परेशानी

फनती गंगा के कारण खादर क्षेत्र के गांवों में परेशानी

गढ़मुक्तेश्वर

गंगा किनारे खादर क्षेत्र में गंगा किनारे बसे गांव इस समय दुश्वारियों के भंवर में फंसे हुए हैं। यहां रहने वाले लोगों की जिंदगी बाढ़ के पानी से घिरी है। ऊपर से सूरज की गर्मी औक्र नीचे से बाढ़ का पानी परेशानी खड़ी कर रहे हैं। कच्चे मकानों की दीवार धीरे धीरे ध्वस्त हो रही हैं। चारा न मिलने से पशु परेशान हैं।

जलभराव में खेतों-गांवाें के रास्ते गुम हैं। हर ओर पानी ही पानी है। किसानों के सामने चारे का संकट है, खाद्य सामग्री अब खत्म होने की तरफ है। खेतीबाड़ी से जीवन यापन करने वाले किसानों के साथ एक बड़ी समस्या जलभराव है। कुल मिलकर समस्याओं का अंबार है।

बैराज से छोड़ा गया पानी

ब्रजघाट में गंगा का जलस्तर 198.08 मीटर पर चल रहा है। अभी बिजनौर बैराज से और पानी छोड़ा गया है। जागरण की टीम ब्रजघाट स्थित गंगा के बीच टापू पर बसे गांव गंगा नगर में पहुंची तो वहां पर कई ग्रामीण एक दुकान बैठे हुए थे। जो, बाढ़ के पानी की लहरों को देखकर नुकसान का आकलन कर रहे थे। बाढ़ की दुश्वारियों के बीच बहुत परेशानियां हैं। यहां रास्ते में पांच-पांच फीट पानी भरा था।

इससे आगे टीम पहुंची तो गांव में मकान के सामने एक महिला खाना बनाने की तैयार कर रही थी। जलभराव होने के कारण उसको काफी दिक्कत हो रही थी। कुल मिलकर टीम ने एक स्थान पर रुक कर यहां के रहने वाले लोगों से बातचीत की। वहां बैठे देवेंद्र सिंह, चंद्रपाल सिंह, केशव और गोपाल मंडल आदि ने बताया कि इस बार बाढ़ का पानी कभी नहीं भूलने वाला जख्म दे रहा है। गांवों में बहुत परेशानियां हैं। अब पशुओं के सामने भूखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। बाढ़ के पानी से चारे की बड़ी समस्या है। सरकारी मदद के नाम पर कुछ नहीं है।

 

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