बजट को लेकर व्यापारियों ने दी प्रतिक्रिया, नहीं मिली प्रसन्नता

बजट को लेकर व्यापारियों ने दी प्रतिक्रिया, नहीं मिली प्रसन्नता

हापुड़

हापुड़। केंद्रीय वित्त मंत्री सीता रमण द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट को व्यापारी वर्ग ने मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की‌

संयुक्त हापुड़ उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित अग्रवाल छावनी वाले ने बताया कि इनकम टैक्स में कोई राहत प्रदान नहीं की गई है जबकि टैक्स छूट की सीमा 10 लाख किया जाना अपेक्षित था।
जीएसटी देनदारों का टैक्स बेस दोगुना किया जाना गलत है।व्यापारी पहले ही जीएसटी की विसंगतियां में उलझा हुआ है। व्यापारिक दृष्टि से निराशा पूर्ण बजट है।

आईआईए चेयरमैन हापुड़ के चेयरमेन शान्तनु सिंघल ने बताया कि स्टार्टअप को लेकर सरकार का रूझान काफी अच्छा रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में करीब 22.5 लाख करोड़ का लोन दिया गया था। केंद्रीय वित्त मंत्री ने इस बार भी अंतरिम बजट में इसको दोहराया है।

 

युवा उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल हापुड़ के अध्यक्ष दीपांशु गर्ग ने बताया कि
मेरी राय में यह बजट व्यापारियों के लिए हितकारी है इसके अलावा बजट में किसानों का भी हित देखा गया है वही गरीबों का ध्यान रखा गया।

राष्ट्रीय व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अमित शर्मा टोनी ने बताया कि सरकार ने महिलाओं, व्यापारियों व आम जनता के लिए अच्छा बजट पेश किया।

धीरखेड़ा इंडस्ट्रियल एसोशिएशन के सचिव धीरज चुग सोनू ने कहा कि इस बजट में उद्यमियों को आयकर सीमा में कोई छूट न बढ़ने पर उद्यमियों को निराश किया है।

व्यापारी नेता सचिन जिंदल सर्राफ ने कहा कि सरकार ने बजट में सामान चीजों को रखा है।

आईआईए चैप्टर के सचिव पवन शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा पेश किया बजट में कोई बहुत ज्यादा उघोगों के लिए घोषणा नहीं की गई।

उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला अध्यक्ष प्रदीप गर्ग (हाइड्रो वालों) ने आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे व्यापारी विरोधी बताया है| 1.72 लाख करोड़ का रिकॉर्ड तोड़ जीएसटी संग्रह के बावजूद व्यापरियों को जीएसटी में कोई छूट नहीं दी गई है व्यापारियों ने नगद लेनदेन की सीमा बढ़ाने, मंडी शुल्क समाप्त करने, व्यापारी पेंशन, बाजारों को बचाने के लिए ऑनलाइन व्यापार पर 10% अतिरिक्त टैक्स, आटा, कपड़ा, आदि को जीएसटी मुक्त करने आदि मांगों को सिरे से नकार दिया गया है| बजट से व्यापारी जगत में घोर निराशा है |

व्यापारी नेता विभोर अग्रवाल ने
कहा की बजट में मोबाइल एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने से मोबाइल सस्ते होंगे ये स्वागत योग्य कदम है|

व्यापार मंडल के संरक्षक विजेंद्र गर्ग (लोहे वालों) ने कहा कि व्यापारियों की मांग थी कि आयकर दाता व्यापारी की किसी भी प्रकार से मृत्यु होने पर 10 लाख रुपए का बीमा दिया जाए परंतु यह मांग नहीं मानी गई यह निराशाजनक है|

जिला उपाध्यक्ष संजय डाबर ने कहा कि आम बजट में आयकर की सीमा 7 लाख किया जाना स्वागत योग्य कदम है, इससे आम व्यापारी को लाभ होगा

 

 

jmc
jmc
Exit mobile version