लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी, घर व नौकरी के नाम पर की गई जालसाजी
गाजियाबाद
खुद को नगर निगम का कर्मचारी बताकर महिला समेत तीन जालसाजों ने 40 लोगों को आवास व सरकारी नौकरी का झांसा दे एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। पीड़ितों की शिकायत पर थाना नंदग्राम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। फिलहाल आरोपित फरार हैं।
नगर निगम में नौकरी लगवाने के लिए लिए पांच लाख
नंदग्राम के मोहम्मद अकबर ने बताया कि उनके पड़ोस में पवन उपाध्याय, उसकी पत्नी प्रिया उर्फ प्रीति उपाध्याय और चंदन सरकार रहता था। तीनों खुद को नगर निगम में कर्मचारी बताते थे और इनका नगर निगम में आना-जाना भी था। आरोपितों ने नगर निगम में नौकरी लगवाने के लिए पांच लाख रुपये और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान के एवज में तीन लाख रुपये बताए थे।
दिए फर्जी आवंटन पत्र और ज्वाइनिंग लेटर
लोगों ने विश्वास कर किस्तों में रुपये देने शुरू किए। कुछ लोगों को आरोपित अपने साथ नगर निगम के कार्यालय भी ले गया। यहां कुछ फार्म भरवाए। साथ ही जिला एमएमजी अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण कराया ताकि लोगों को भरोसा हो जाए। इसी तरह आरोपित ने एक सूची दिखाई थी, जिसमें कुछ मकान व फ्लैट संख्या लिखी थी। उसने कहा था कि ये आवास खाली हैं और आरोपित कुछ प्लाट व फ्लैटों पर उन्हें लेकर भी गए थे।
फार्म भरवाकर उनके नाम आवास का आवंटन कराने का झांसा देकर भी रुपये लिए। आवंटन पत्र और ज्वाइनिंग लेटर भी दिए गए। बाद में पता चला कि ये सभी फर्जी हैं। लोगों ने आरोपितों से इस बारे में बात की तो पहले गलतफहमी होने की बात कही। आरोपित कई दिन तक आइडी बनने का झांसा देते रहे और फिर फरार हो गए।
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली के करीब 40 पीड़ितों का पता चला है। अधिकांश से दस्तावेज ले लिए गए हैं। इनके आधार पर छानबीन शुरू कर दी है। नगर निगम से भी जानकारी मांगी है कि उक्त नाम के कर्मचारी उनके यहां हैं या नहीं। जांच कर आगे की कार्रवाई करेंगे।
इनसे हुई ठगी
अजय कुमार, वीर सिंह, भोला शंकर, ममता ठाकुर, बिमला देवी और आरती मौर्या से प्रधानमंद्री आवास योजना के नाम पर ठगी की गई है। इसके अलावा गोटीराम, अजय कुमार, रिंकी, पंकज वाधवानी, अमन बर्मन, विजय मौर्या, यशवंत राव, कृष्णा कुमार, अमरदीप, अमरजीत, कुलदीप, पवन कुमार, लीजो थामस, मनोज कुमार, उदल सिंह, गुरु चरण, पुष्पेंद्र, नरेंद्र, परवेश कुमार, शिवा, राखी, उदय सरकार, देवाशीष, प्रियंका, सविता, अभिषेक लाल से नगर निगम में लिपिक के पद पर नौकरी के नाम पर ठगी की गई है।