हापुड़ के हर दूसरे घर में मिल रहा है डेंगु का लार्वा
हापुड़:
वैठ गांव में डेंगू संक्रमित मरीज मिलने के बाद मंडलीय कीट विशेषज्ञों और डीएमओ हापुड की टीम ने सर्वे किया। हर दूसरे घर में मिला लार्वा मिला. टायर, कूलर, गमले और फ्रिज की ट्रे में भी लार्वा पाए गए। इसे छिड़काव कर नष्ट कर दिया गया। जिले में अब डेंगू के 19 मरीज हो गए हैं, जबकि 20 से अधिक संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं।
बारिश के बाद डेंगू का लार्वा मच्छर बनकर उड़ने लगा है। मरीजों की सेहत पर हमला करते हुए बुधवार को एक नया मरीज सामने आया। सरकारी लैब ने इसकी पुष्टि की. जिसके बाद डीएमओ डॉ. सतेंद्र कुमार और राजश्री पुंडीर के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव वैठ पहुंची।
मंडलीय टीम में शामिल कीट विशेषज्ञ डॉ. कीर्ति त्रिपाठी भी टीम के साथ वैठ गांव पहुंचीं। वहां अभियान चलाकर लार्वा खोजा गया। हर दूसरे घर में कहीं न कहीं लार्वा मिला, छतों पर पड़े खाली डिब्बों में लार्वा तैरता मिला। इतना ही नहीं घरों के अंदर कूलर, फ्रिज की ट्रे, टायरों में भी लार्वा मिला। एंटी लार्वा फॉगिंग कर लार्वा को नष्ट किया गया। साथ ही संदिग्ध मरीजों के सैंपल एकत्र कर एलाइजा टेस्ट के लिए सरकारी लैब में भेज दिए गए।
वायरल से गिर रही प्लेटलेट्स, रक्तस्राव का खतरा
वायरल में ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से गिर रहे हैं। कई मरीजों में तो यह घटकर 20 हजार तक आ गई है. ऐसे में मरीजों में रक्तस्राव का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे मरीजों को प्लेटलेट्स भी चढ़ाए जा रहे हैं।
टाइफाइड का प्रभाव अधिक-
जिले में इन दिनों डेंगू से ज्यादा टाइफाइड का असर है। सीएचसी लैब में जांच के दौरान प्रतिदिन करीब पांच से आठ मरीज टाइफाइड संक्रमित निकल रहे हैं। ऐसे मरीज दवाओं से ठीक भी हो रहे हैं।
डेंगू के लक्षण–
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बहुत तेज़ बुखार (तापमान 105°F तक पहुँच सकता है)।
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मतली और/या उल्टी.
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मांसपेशियों और जोड़ों में गहरा दर्द.
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सिरदर्द और आंखों के पिछले हिस्से में गहरा दर्द होना.
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थकान, आसानी से चोट लगना या हल्का रक्तस्राव।
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मसूड़ों से खून आना या नाक से खून आना।