हापुड़ में बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही 11 साल से दूसरे स्कूल में नौकरी कर रही शिक्षिका
हापुड़
शिवगढ़ी स्कूल में शिक्षिकाओं के बीच मारपीट, बीएसए के अर्दली तथा चालक द्वारा निरीक्षण के बाद जांच से बचाने के मामले में अवैध उगाही करने के प्रयास से विभाग की जमकर किरकरी हुई है। अभी यह प्रकरण थमा भी नहीं था कि शिक्षा विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद विभाग ने शिक्षक को पत्र भेजते हुए 11 वर्षों से दूसरे स्कूल में नौकरी करने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।
सुर्खियों में बेसिक शिक्षा विभाग
जिले का बेसिक शिक्षा विभाग आजकल सुर्खियों में चल रहा है। पांच दिन पूर्व हापुड़ के शिवगढ़ी स्कूल में शिक्षिकाओं के बीच हुए झगड़े में प्रधानाध्यपिका गंभीर रुप से घायल हो गई, जो एक अस्पताल में भर्ती है। इस मामले में एक शिक्षिका आसमीन बानों को दो दिन पूर्व निलंबित कर दिया गया है तो वहीं झगड़े के बाद पुलिस बुलाने वाली शिक्षिका मधु को बुधवार को जांच के उपरांत निलंबित कर दिया गया है।
वहीं बीएसए के निरीक्षण के बाद सरुरपुर स्कूल के प्रधानाचार्य को जांच से बचाने के नाम पर अर्दली गोपाल की रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद उस पर गाज गिर चुकी है। अभी इन प्रकरणों से विभाग उभर भी नहीं पाया था कि 11 वर्षो से दूसरे स्कूल में नौकरी कर वेतन लेने का मामला प्रकाश में आया है।
ज्वाईनिंग किसी में, वेतन दूसरे में
नौ अक्टूबर वर्ष 2012 में पुष्पा सिंह अंर्तजनपदीय तबादला लेकर आई, जिनको अगले दिन सिंभावली ब्लॉक के गांव माधापुर मौज्जमपुर के प्राथमिक स्कूल में भेजा गया, लेकिन उन्होने माधापुर मौज्जमपुर के बजाए माधापुर स्कूल में ज्वाईनिंग कर ली।
इसके बाद से ही वह 11 वर्षो से इस स्कूल से अपना वेतन लेती रही, जिसकी जानकारी ना तो प्रधानाध्यापक को हुई और ना ही खंड़ शिक्षा अधिकारी से लेकर जिले के अधिकारियों को हुई। अब इस प्रकरण के सामने आने के बाद पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।