ATMS कॉलेज में मौन साधना शिविर का हुआ आयोजन

हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।

ए टी एम एस कालिज अच्छेजा में मौन साधना शिविर का आयोजन किया गया। कॉलिज के स्टाफ के लिए इस शिविर का आयोजन किया गया।

चेयरमैन नरेन्द्र अग्रवाल और सचिव रजत अग्रवाल दस दिन की सौन साधना के शिविर कर चुके हैं इसीलिए उनका अनुभव है कि मौन से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मौन रहने से मन शान्ति मिलती है। रोगों का निदान होता है।

कार्यकारी निदेशक डॉ. राकेश अग्रवाल का कहना है कि मौन ईश्वर से वार्ता की भाषा है।शिविर का संचालन करते हुए फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि मौन व्यक्ति की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। भारतीय संस्कृति में मौन का महत्व इससे प्रकट होता है कि यहां मोनी अमावस्या जैसे त्योहार मनाये जाते हैं। बी० एड० के प्राचार्य डॉ. गिरीश वत्स, पोलीटेक्नीक के कोआर्डीनेटर इंजी विद्युत मद्रा ने मौन को सुख का आधार बताया। शिविर का प्रारम्भ आनापानसति ध्यान विधि से किया गया। इसमें साधकों को श्वांस-प्रश्वांस पर ध्यान देना होता है। शिविर में भाग लेने वाले कॉलिज के सभी साधक आँखें बन्द करके सौन रह कर आती जाती सांसों को एक घण्टे तक देखते रहे। सबको बहुत अच्छा अनुभव हुआ। शिविर में शिक्षकों के साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने भी भाग लिया। प्रो. अंजलि. शाइन्दा, लवी, सोनम, सोहन पाल, शिक्षा, मीनाक्षी, नारायण, शिवानी, पिंकी, पूजा, स्वीटी, विनय, दीपेश, सचिन, बंटी, सौरभ, विकास, उमेश, सोहनवीर, नीरज, आसिफ, अनिल, सीमा, सरिता, राधा, उर्मिला, बबली, शशि, बीना ने भाग लिया।

Exit mobile version