उपनिदेशक पंचायत की रणनीति से स्वच्छता में नई क्रांति का आगाज।
डीपीआरओ से सफाईकर्मी तक सब एक्सन मोड में
हापुड़: स्वच्छता ही सेवा अभियान कचरा मुक्त भारत में तेजी लाने के लिए उप निदेशक मेरठ मंडल मेरठ मनीष कुमार की रणनीति रंग लाई। गुरुवार को जिला पंचायत राज अधिकारी , सहायक विकास अधिकारी पंचायत से लेकर सफाईकर्मी तक एक्सन मोड में दिखे। चप्पा चप्पा स्वच्छता शपथ से गूंज उठा। सफाई भी ग्राम पंचायतों में
भरपूर दिखी। स्वच्छता ही सेवा अभियान को गंभीरता से लेते हुए उप निदेशक पंचायत मनीष कुमार ग्राम पंचायतों के लिए नई रणनीति लेकर आए। गुरुवार को उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों के लिए तीन गतिविधि सामुदायिक शौचालय की सफाई, ग्राम पंचायत में सफाई और स्वच्छता शपथ का लक्ष्य रखा। उनकी रणनीति का व्यापक असर देखने को मिला। सामुदायिक शौचालय साफ मिले, ग्राम पंचायतों में सफाई होते मिली और स्वच्छता शपथ से तो ग्रामीण क्षेत्रों का चप्पा चप्पा गूंज उठा। ग्रामीणों और स्कूल के छात्रों , अध्यापकों ने स्वच्छता शपथ में उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इस अभियान के अंतर्गत आज के लिए तय की गई गति विधियां ठीक से हों इसकी जिम्मेदारी विकास खंड स्तर पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत को और जिला स्तर पर डी पी आर ओ को दी गई थी। अभियान की समीक्षा की जा रही हैं। मनीष कुमार की कोशिश है की गांधी जयंती स्वच्छ भारत दिवस तक अभियान प्रभावी रूप से चले। स्वच्छता का संदेश हर घर, हर व्यक्ति तक पहुंचे। हापुड समेत मेरठ मंडल के सभी जनपदों मेरठ, बुलंद शहर, बागपत, गौतम बुध नगर पर मनीष कुमार की नजर है। इस अभियान के तहत हापुड़ जनपद के तीन स्कूलों में जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह पहुंचे। 500 से अधिक छात्रों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। स्वच्छता का महत्व भी बच्चों को समझाया। इसके अलावा पंचायती राज विभाग और बेसिक शिक्षा विभाग के माध्यम से बड़े पैमाने पर छात्रों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। ग्राम पंचायतों के अलावा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में भी संस्थान प्रबंधन की ओर से स्वच्छता की शपथ दिलाकर नई अलख जगाने की कोशिश की गई। इनमे 100 से अधिक लोगों ने शपथ ली।