हापुड़। होली के नजदीक आने के साथ बाजार में रंग गुलाल के साथ-साथ गुंझिया की महक भी महकने लगी है। त्योहार को उल्लास से मनाने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। मिठाइयों की दुकानों पर होली की तैयारी शुरू हो गई है। मिठाई की दुकानों पर गुंझिया से लेकर मठरी आदि सजने लगी हैं। जिसे देखकर लोग भी आकृषित हो रहे हैं। लोगों में उत्साह देखते हुए मिठाई विक्रेताओं के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है।
होली पर रंग-गुलाल लगाने के साथ ही मिठाई व अन्य पकवान बनाने की परम्परा है। इस त्योहार के बाद लोग मांगलिक कार्यों की शुरूआत करते हैं। होली का लोग बेसब्री से इंतजार भी करते हैं। यही कारण है होली नजदीक आते ही बाजार से लेकर घरों में तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं।
मिठाई की दुकानें गुझियां से सजनी शुरू हो गई हैं। इसका एक कारण यह भी है कि पिछले कुछ सालों में रेडीमेड गुंझिया का चलन बढ़ा है। हालांकि, घरों में भी महिलाएं गुंझिया के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के पकवान बनाती हैं। इनमें मठरी, बेसन के सेव, शकरपारे, दही भल्ले समेत विभिन्न खाद्य पदार्थ शामिल हैं। लेकिन, बड़ी संख्या में ऐसे भी लोग हैं जो बाजार में बनी गुंझिया खाना पसंद करते हैं।
मिठाई विक्रेता जगदीश सूरी ने बताया कि गुंझिया और मठरी के साथ-साथ लोग चंद्रकला, गुलाब जामुन और स्पंज रसगुल्ला भी पसंद कर रहे हैं। गुंझिया देशी घी की 520 रुपये किलो, मेथी की मठरी 280 और सादा मठरी 240 रुपये प्रति किलो के दाम की है। अभी से ही होली की तैयारियों को देखते हुए लग रहा है कि इस वर्ष अच्छा व्यापार होगा। इसके अलावा लोग नमकीन, पापड़, कचरी, दाल, मटर व काजू के समोसे का भी डिमांड होने के चलते इसका स्टॉक पूरा कराया जा रहा है।