हापुड़ में खूंखार हुए कुत्ते, महिलाओं से लेकर बच्चें तक सहमें, रोजाना 100 लोग पहुंच रहे हैं सरकारी अस्पताल ,जल्द ही होगा कुत्तों के पकड़ने का टेंडर – ईओ

हापुड़ में खूंखार हुए कुत्ते, महिलाओं से लेकर बच्चें तक सहमें, रोजाना 100 लोग पहुंच रहे हैं सरकारी अस्पताल
,जल्द ही होगा कुत्तों के पकड़ने का टेंडर – ईओ

अमित अग्रवाल/,हापुड़।

नगर पालिका परिषद की उदासीनता के चलते हापुड़ में रोजाना कुत्तों का आंतक बढ़ता ही जा रहा है। हर गली ,मौहल्लें, कालोनी में कुत्ते आती जाती महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को अपना निशाना बना रहे हैं। रोजाना 100 से 150 लोग रेबीज का इंजेक्शन लगवाने सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं। हांलांकि नगर पालिका के ईओ ने जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की बात कही।

जानकारी के अनुसार पिलखुवा के मोहल्ला पुरा में एक आवारा कुत्ते ने चार लोगों को काटकर घायल कर दिया। पहले कुत्ते ने चेतन को काटा। उसकी आवाज सुनकर बचाने आए पिता बबलू को भी कुत्ते ने काट लिया।
इसके बाद कुत्ते ने प्रभात और आकाश को भी काटा। सभी घायलों को रैबीज का इंजेक्शन लगवाने अस्पताल ले जाया गया।

स्ट्रीट डॉग का आंतक बढ़ता ही जा रहा है।

शहर और आसपास के एरिया में स्ट्रीट डॉग का आंतक बढ़ता ही जा रहा है। स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शायद ही ऐसा कोई दिन हो, जब स्ट्रीट डॉग किसी को काटकर जख्मी नहीं कर रहे हो। लोगों का कहना है कि कई बार स्ट्रीट डॉग को पकड़ने के लिए नगर पालिका के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को लिखित शिकायत दी जा चुकी है। उसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। शहर के आर्य नगर, राधापुरी, श्रीनगर, जवाहर गंज, सरस्वती इन्क्लेब , शिवपुरी, मोदीनगर रोड, मेरठ रोड, बुलंदशहर रोड आदि एरिया के कई मोहल्ले में स्ट्रीट डॉग का आंतक है।
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स्वास्थ्य विभाग में हर दिन पहुंच रहे 100-150 मरीज
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन दिनों में स्ट्रीट डॉग का स्वभाव बदल जाता है। ऐसे में इस जानवर से बचने की आवश्यकता है। कुत्ता काटने पर सबसे पहले रैबीज का इंजेक्शन लगवाना चाहिए। यदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो हर दिन यहां पर 100 लोग हर दिन रैबीज लगवाने के लिए आते हैं। पिछले पंद्रह दिनों में अस्पताल में 2000 से अधिक मरीज रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच चुके हैं।
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कुत्ते के काटने पर बढ़ जाता है रेबीज का खतरा

कुत्ते और बंदरों का आतंक रात के समय अधिक बढ़ जाता है। ये झुंड में रहते हैं और मौका मिलते ही ये लोगों पर हमला कर देते हैं। वहीं कुत्तों की तो हालत जाती है कि सड़कों से गुजरने वाले वाहनों के कुत्ते दौड़ लगाना शुरू कर देते हैं।

थोड़ा सा मौका मिलते ही वह दो पहिया चालकों को काट लेते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कुत्ते के काटने पर रेबीज का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचाव के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन अवश्य लगवाना चाहिए।
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स्ट्रीट डॉग से बचने की आवश्यकता

सीएमओ डाक्टर सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि गर्मी शुरू होते ही स्ट्रीट डॉग के स्वभाव में परिवर्तन हो जाता है। ऐसे में जिन मोहल्ले में स्ट्रीट डॉग का आतंक हैं, वहां के लोगों को खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में रैबीज के इंजेक्शन मौजूद हैं। लोग कुत्ता काटने के बाद बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतें।

हापुड़ नगर पालिका के ईओ/ डिप्टी कलेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि कुत्तों को पकड़नें का टेंडर लगभग हो चुका है,जल्द ही कुत्तों को अभियान चलाकर पकड़ा जायेगा।

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