हड़ताल के बाद अब भाकियू नेता सहित चार किसानों पर दर्ज हुई एफआईआर, लूट व मारपीट का था आरोप

हापुड़। व्यापारियों व भाकियू नेताओं के बीच हुई मारपीट प्रकरण में आढ़तियों के विरुद्ध एफआईआर के बाद व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने भाकियू नेता सहित चार लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। जिससे भाकियू कार्यकर्ता में रोष व्याप्त हैं।

जानकारी के अनुसार मंडी समिति में आढ़तियों व किसान नेताओं के बीच हुई मारपीट के मामलें में दो धान आढ़ती पर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। जिसको लेकर व्यापारियों ने मंडी में हड़ताल कर दी थी। मामले को लेकर पीड़ित व्यापारियों ने डीएम व एसपी से एफआईआर व जांच की मांग की थी।
मामले में देर रात आढ़ती अजय कुमार की तहरीर के आधार पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुशल पाल आर्य निवासी सिंभावली, बाबूराम, अंकुज और नाजिम चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अजय कुमार ने तहरीर में बताया है कि कुछ दिन पहले भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुशल पाल आर्य ने यूनियन के खर्चे के लिए 50 हजार रुपए की मांग की थी। आढ़ती अजय कुमार ने किसान नेता पर आरोप लगाया कि उसने चंदे के रूप में रुपए की मांग की। जब आढ़ती ने पैसे देने से इंकार कर दिया तो 15 अक्टूबर की दोपहर लगभग सवा बारह बजे कुशल पाल आर्य अपने साथी बाबूराम, अंकुज और नाजिम चौधरी के साथ अजय की दुकान पर पहुंचा और घटतौली का आरोप लगने लगा जिसका विरोध करने पर कुशल पाल आर्य और उसके साथियों ने गाली गलौज शुरू कर दी और दुकान पर रखे पौने दो लाख रुपए से भरे नोटों का गल्ला जबरन उठा लिया। घटना का विरोध करने पर आरोपियों ने आढ़ती के साथ मारपीट की। शोर सुनकर आसपास के व्यापारी इकट्ठा हुए और मामला शांत कराने का प्रयास किया। इसी बीच आरोपियों ने आढ़ती राजेंद्र कुमार की गले की सोने की चेन छीन ली और रुपए लूट कर भागने लगे। इसके बाद नरेश आढ़ती और अन्य व्यापारी भी मौके पर पहुंचे तो आरोपी किसान नेताओं ने राजेंद्र आढ़ती की सोने की चेन और अजय का नोटों से भरा थैला गायब कर दिया और घटतौली का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी बीच सूचना पाकर अन्य किसान नेता भी मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन में शामिल हुए। वहीं आढ़तियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी।

सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि मामलें में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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