शहीदे आजम भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलवाने के लिए विजय हिंदुस्तानी ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा

हापुड़ ।शहीदे आजम भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलवाने के लिए विजय हिंदुस्तानी ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया
-जिलाधिकारी कार्यलय में विजय हिंदुस्तानी को देखने के लिए उमड़ी भीड़-सेल्फी लेते लोग नजर आए विजय हिंदुस्तानी पर भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाने और देशभक्ति का ऐसा जुनून सवार है कि इसके लिए वह देश भर में भ्रमण पर निकल पड़ा है। विजय हिंदूस्तानी ने अपनी पीठ पर 250 से ज्यादा शहीद सैनिकों के नाम गुदवा रखे हैं। यही नहीं वह 342 तिरंगे अपनी छाती पर लोहे की रंगा पिन गड़वाकर एक घंटा 40 मिनट का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुका है।
विजय हिंदुस्तानी (26) शामली जिले के गांव भारसी का रहने वाला है। बुधवार को वह जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे,तो उसे देखने वालों की भीड़ जुट गई। हर कोई उसका परिचय और यात्रा पर निकलने की वजह पूछते नजर आया। सूचना मिलते ही राष्ट्रीय सैनिक संस्था के प्रदेश प्रवक्ता व हापुड़ के जिला अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र त्यागी, ज़िला उपाध्यक्ष मुकेश त्यागी,त्यागी समाज के निखिल त्यागी अहाते वाले,भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय सलाहकार सुधीर त्यागी,रामनिवास बालिका बालिका इंटर कालेज के प्रबंधक हरिराज सिंह ने अम्बेडकर चौराहे पर पहुंच कर यात्रा में शामिल विजय हिंदुस्तानी, रविन्द्र सिंह व विजय तोमर की हौसला अफ़जाई की विजय हिंदुस्तानी ने बताया कि वह एक यात्रा पर निकले हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाना है। इसके लिए वह हर जिले में जाकर अधिकारियों से मिलकर राष्ट्रपति के नाम मांग पत्र सौंप रहे हैं। उन्होंने हापुड़ जिलाधिकारी के नाम अपना ज्ञापन एडीएम संदीप कुमार को सौंपा।
विजय ने बताया कि जब हमारा कोई फौजी भाई सीमा पर शहीद होता है तो राजनीति करने के लिए नेता उनके घर पहुंच जाते हैं मगर कुछ फौजी ऐसे होते हैं जिनके घर कोई नहीं जाता लेकिन वहां हमारी टीम जाती है और शहीद के परिजनों को हौंसला देती है। वह अब तक एक हजार से ज्यादा शहीदों के परिवारों से मिल चुके हैं। इससे पहले विजय हिंदुस्तानी शहीदों की याद में हरिद्वार से 51 तिरंगों की कावड़ भी लेकर आ चुके हैं।

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