महिला शिक्षा अधिकारी के रूके वेतन को लेकर बीएसए आफिस में हुई हाथापाई,दी तहरीर, चर्चित बाबू का है दबदबा,पूर्व में भी लगें हैं आरोप

हापुड़।

बीएसए आफिस में तैनात रही एक महिला अधिकारी ने पांच माह का रूका वेतन निकलवाने के लिए बीएसए आफिस के लेखा विभाग में चक्कर काट रही है। बुधवार को वेतन को लेकर संबंधित बाबू पर महिला अधिकारी से कहासुनी होनें पर महिला अधिकारी के पति व बाबू में हाथापाई हो गई। दोनों ने थानें में तहरीर दी है।

माध्यमिक शिक्षा विभाग में तैनात एक महिला को बेसिक शिक्षा परिषद का जिला समन्वयक नियुक्त कर दिया गया था। इस महिला ने काफी समय तक परिषद का कार्य जिम्मेदारी पूर्वक संभाला। जिसके बाद उसे अपने मूल विभाग माध्यमिक शिक्षा परिषद में वापस भेज दिया गया लेकिन इस दौरान उसका पांच माह का वेतन रोक दिया गया। महिला का आरोप है कि इस वेतन का एरियर भुगतान कराने के लिए वह एक साल से अधिकारियों के चक्कर काट रही है। उसने बेसिक शिक्षा परिषद में कार्य किया था, इसलिए उसके वेतन का आहरण भी इसी कार्यालय से होगा। एक साल बीतने के बाद भी वेतन के एरियर का भुगतान न किया जाना बेसिक शिक्षा परिषद की संवेदनशीलता और कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है। बुधवार को जब वह महिला अपने पति के साथ बीएसए कार्यालय पहुंची और वेतन का एरियर जारी न करने के पीछे सुविधाशुल्क न दिए जाने का आरोप लगाया तो वहां वेतन के एरियर के कागजात तैयार करने वाला कर्मचारी और महिला के बीच कहासुनी हो गई। जो बाद में गाली गलौच में बदल गई। महिला का आरोप है कि कर्मचारी ने उसके साथ मारपीट करने की धमकी दी तो उसके पति ने बीच में आकर बचाव किया और कर्मचारी और उसके पति के बीच हाथापाई हो गई। वही कर्मचारी का आरोप है कि उनके कार्यालय में 25 दिसंबर को ही वेतन का एरियर जारी करने का लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। अब अगर ट्रेजरी विभाग को एरियर जारी करने में कोई आपत्ति थी तो ट्रेजरी विभाग इस बारे में उनके पत्राचार करता, लेकिन महिला के पति ने उनके साथ मारपीट की है। बरहाल बीएसए कार्यालय में इतना तमाशा होता रहा और अन्य कर्मचारी व अधिकारी तमाशबीन बने रहे। बाद में कर्मचारी और महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की है।

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