बैंक का अधिकारी बनकर खातों से लाखों रूपयें उड़ानें वालें महिला सहित दो अन्तर्राज्यीय साइबर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, मोबाइल,कार व नगदी बरामद

हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।

जनपदीय साईबर सेल टीम ने क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी धोखाधड़ी से प्राप्त कर बैंक का अधिकारी बनकर कॉल करके भोले-भाले लोगों के बैंक खातों से धनराशि की निकासी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित दो साइबर को गिरफ्तार कर 4 मोबाइल फोन, एक 1-20 कार, नकदी आदि बरामद किया।

एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि जनपदीय साईबर सेल टीम ने क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी धोखाधड़ी से प्राप्त कर बैंक का अधिकारी बनकर कॉल करके भोले-भाले लोगों के बैंक खातों से धोखाधड़ी से धनराशि की निकासी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित दो साइबर ठगों थाना राजेन्द्र पार्क गुरुग्राम निवासी रोशन व मीनाक्षी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4 मोबाइल फोन, एक 1-20 कार, 700/-रुपये रसीद इत्यादि सामान बरामद किया।गिरफ्तार अभियुक्त शातिर कित्त्म साइबर काइम अपराधी है जो वर्ष-2021 से देश के विभिन्न राज्यों में साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जिनके आपराधिक इतिहास के बारे में अन्य जनपदों राज्यों से जानकारी की जा रही है।

अपराध करने का तरीका:-

गिरफ्तार ठगों ने बताया कि हम लोगों के CREDIT CARD की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर बैंक के अधिकारी बनकर क्रेडिट कार्ड के पीछे लिखे टोलाही नम्बर 18001801290 को INDYCALL APP के माध्यम से तैयार कर लेते हैं अपने उपरोक्ता फलेट में लगे WIFI से इंटरनेट लेकर VOIP (स्पूकिंग) कॉल करते हैं क्रेडिट कार्ड के पीछे लिखे टोलफ्री नम्बर 18801801290 से लोगों को विश्वास हो जाता है कि यह कॉल बैंक के क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट से ही आई है फिर हम लोग लोगों को CPP प्लान एक्टीवेट या खिएक्टीवेट कराने व बोनस रिफण्ड के लिये अपनी बातों में फंसाकर उनसे जन्मतिथि व ओटीपी की जानकारी करके उनके CREDIT CARD से हम लोग NOBROKER की WEBSITE पर
FAKE ACCOUNT बनाकर रेंट पेमेंट की REQUEST के माध्यम से अलग अलग बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर कर निकाल लेते हैं तथा धोखाधड़ी से निकाली गयी धनराति हम लोग वापस में बांट लेते हैं।

Exit mobile version