बेताज़ बादशाह थे स्वामी श्रद्धानंद- देवेंद्र पाल वर्मा,हापुड़ के आर्यसमाज में मनाया गया स्वामी श्रद्धानंद बलिदान समारोह


हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।
स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती का सन्यास से पूर्व का नाम मुंशीराम था।मुंशीराम के जीवन मे वो हर बुराई थी जो एक सम्पन्न परिवार के युवाओं में अक्सर आ जाती है।बरेली में मुंशीराम का सम्बंध महृषि दयानंद सरस्वती से होता है और मुंशीराम का जीवन एक दम बदल जाता है।यह बात स्वामी श्रद्धानंद ने अपनी आत्म कथा “कल्याण मार्ग का पथिक” में लिखी है ।
यह बात आर्य समाज हापुड़ मे अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद बलिदान समारोह में आर्य प्रतिनिधि सभा उ0प0 के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने कहे।आपने बताया कि श्रद्धानंद का कद स्वतंत्रता आंदोलन बहुत ऊंचा था,दिल्ली के बेताज़ बादशाह थे।स्वामी श्रद्धानंद ने मैकाले की शिक्षा पद्धति को जबाब देने के किये प्राचीन शिक्षा प्रणाली गुरुकुलीय प्रणाली को प्रारम्भ करने के लिए हरिद्वार में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की स्थापना की और इसके लिए अपनी सारी पूंजी,जायदाद अर्पित करदी।हताश और निराश कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन अपने बल बूते अमृतसर में कराया।दलितों पिछड़ों के मसीहा थे।जालंधर मे पहिले कन्या विद्यालय खोला जो आज महाविद्यालय के रूप मे कन्याओं को शिक्षित कर रहा है।शुद्धि का कार्य प्रारम्भ किया जिससे आपका गांधी जी से मतभेद हो गया और कांग्रेस छोड़ दी।एक मतान्ध ने 23 दिसम्बर 1926 को गोली मारकर हत्या करदी।देश,धर्म,पर अपने प्राणों की आहुति देकर अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद बन गए।
मंत्री अनुपम आर्य ने मुख्य अथिति आर्य प्रतिनिधि सभा उ0प0 के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा जी का भव्य स्वागत कराया।
स्वामी श्रद्धानंद के बलिदान दिवस पर 13 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा “वैदिक प्रश्न मंच “के माध्यम से ज्ञानवर्धक प्रियोगिता का आयोजन किया गया।जिसमें प्रथम स्थान आर्य कन्या पाठ शाला इंटर कॉलेज,द्वितीय स्थान डी ए वी पब्लिक स्कूल तथा तृतीय स्थान ब्रह्मदेवी सीनियर सेकेंड्री स्कूल ने प्राप्त किया ।सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।कार्यक्रम के संयोजक इंदुभूषण मित्तल ने बताया कि 26 दिसम्बर को भी आर्य समाज मंदिर में “स्वामी श्रद्धानंद द्वारा राष्ट्र को समर्पित योगदान” विषय पर वाक प्रतियोगिता होगी जिसमें विभिन्न विद्यालय भाग लेंगे।प्रतियोगिता का संचालन प्रतीक गोयल कसेरे ने किया।अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान नरेन्द्र आर्य ने की।सरक्षक आनंद प्रकाश आर्य ने मुख्य अतिथि देवेंद्र पाल वर्मा तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यालयों का अभिनंदन व धन्यवाद किया।
समारोह में मंगलसेन गुप्ता,अमित शर्मा,सुरजीतसिंह, संजय शर्मा,सुरेश सिंघल,सुंदर कुमार आर्य,अंकित गर्ग,सुंदर लाल आर्य,शशि सिंघल,पुष्पा आर्य,सोनू शर्मा,वीना आर्य,माया आर्य,पिलखुवा से अशोक आर्यआदि ने सहयोग किया।

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