इंदिरापुरम। कोतवाली क्षेत्र में दो बहनों पर धर्म छिपाकर दोस्ती करने का दबाव बनाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि सात साल तक फ्लैट में रहने के बाद युवक ने दंपती के खाते से 14.10 लाख रुपये निकाल लिये. बैंक खाते में रकम कम होने पर आरोपी द्वारा धर्म छिपाने और धोखाधड़ी का भंडाफोड़ हुआ। आरोपियों ने बुजुर्ग दंपती पर हमला कर जान से मारने की धमकी दी। शिकायत के बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
मूलरूप से बागपत के बड़ौत के बुजुर्ग दंपती छह बेटियों से साथ क्षेत्र में रहते हैं। कुछ साल पहले उनकी छोटी बेटी की जान पहचान कंपनी में काम करने वाले युवक से हुई थी। दोनों के बीच बातचीत बढ़ने पर युवक ने उनके फ्लैट पर भी आना शुरू कर दिया था। शुरुआत में युवक ने सभी को अपना नाम राहुल बताया था। धीरे धीरे राहुल ने दंपती का विश्वास जीत लिया और फ्लैट पर रहने लगा। महिला का आरोप है कि कुछ साल पहले दोनों बड़ी बेटी और राहुल उन्हें जबरदस्ती गांव ले गए। वहां उनका पुस्तैनी मकान 17 लाख रुपये में बिकवा दिया। मकान के पैसे उनके खाते में जमा थे। कुछ दिनों पहले वह बैंक गईं तो खाता चेक करने पर उनके होश उड़ गए। उसमें महज तीन लाख रुपये थे। उन्हें राहुल और बेटियों पर शक हुआ तो घर आकर तीनों से पूछताछ की। तब राहुल ने अपना सही नाम रजिउद्दीन बताया और खाते से पैसे निकलने की बात कही। बुजुर्ग दंपती का आरोप यह भी है कि राहुल ने धर्म छुपा कर उनकी बेटी से दोस्ती की और फिर दोनों बेटियों पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया। इसके लिए वह दोनों बेटियों को अपने साथ दूसरे फ्लैट में ले गया। उन्होंने आरोपी से बेटियों को बचाने के लिए विरोध किया तो उनपर हमला कर दिया और बुजुर्ग दंपति को मारने की धमकी दी।
मामले में बुजुर्ग महिला ने इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस को आरोपी राहुल और रजिउद्दीन के खिलाफ हमला करने धमकी देने और बेटियों को धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने के साथ रकम धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं।