बनवारी की मेहनत रंग लायेगी, फिर से अपने पैरों पर दौड़ सकेगी रानी

हापुड़। 20 साल से अपनी पत्नी को पीठ पर बैठाकर हापुड़ से दिल्ली तक के अस्पतालों में कृष्णानगर निवासी बनवारी इसी आस में भटक रहा है कि उसकी पत्नी फिर से अपने पैरों पर चल सके। शादी के बाद ही उसकी पत्नी (रानी) के पैरों ने काम करना बंद कर दिया था। हापुड़ के किसी सरकारी अस्पताल ने उसकी मदद नहीं की, आर्थिक तंगी में फंसा बनवारी इन दिनों अपनी बीवी का इलाज गुलावठी में वैद्य, हकीमों के यहां करा रहा है।

20 साल पहले कृष्णा विहार निवासी बनवारी की शादी स्याना निवासी रानी से हुई थी। सात फेरों के दौरान ही बनवारी ने पत्नी से हर परिस्थिति में उसका साथ देने का वादा किया था। लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही रानी के पैरों में कमजोरी आनी शुरू हो गई, कुछ ही महीनों में उसके पैरों ने पूरी तरह काम करना ही बंद कर दिया।

आज के दौर में जहां छोटी बातों पर ही पति, पत्नी में अनबन हो जाती है, ऐसे समय में बनवारी ने अपनी पत्नी रानी को पूरी तरह स्वस्थ करने की कसम खाई है। बनवारी ने बताया कि हापुड़ के सरकारी अस्पतालों में बीवी को दिखाया। लेकिन चिकित्सकों ने इलाज तो दूर भर्ती करने को भी मना कर दिया। इसके बाद दिल्ली तक के अस्पतालों में दिखाया। लेकिन घर की आर्थिक हालत कमजोर होने के कारण वह अच्छे अस्पतालों में बीवी का इलाज नहीं करा पाया।

इन दिनों गुलावठी में एक वैद्य के पास वह अपनी बीवी का इलाज करा रहा है। सोमवार को बुलंदशहर रोड से होते हुए अपनी बीवी को पीठ पर बिठाकर मेरठ तिराहा तक पहुंचे बनवारी ने आपबीती सुनाई तो सभी दंग रह गए। उसका अपनी पत्नी के प्रति प्रेम देखते ही बनता था। वहीं, रानी भी पति के रूप में बनवारी को पाकर बेहद खुश थी। दोनों हंसते बोलते अपने घर को रवाना हो गए।

कराएंगे बेहतर उपचार

सरकारी अस्पतालों में हर मरीज को इलाज दिलाया जाता है। इस मामले की जानकारी नहीं है, पीडि़त अस्पताल में संपर्क करें, यदि कोई इलाज करने से इनकार करता है तो इसकी शिकायत मेरे कार्यालय में आकर करें। – डॉ. सुनील त्यागी, सीएमओ

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