निक्षय दिवस के अवसर पर मेरिनो कंपनी द्वारा प्रायोजित श्री प्रेमचंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट तथा जिला क्षय रोग अधिकारी के संयुक्त उपक्रम के अंतर्गत लज्जापुरी, हापुड़ में क्षय रोगियों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के दौरान कुल 380 मरीजों को चिकित्सा का लाभ मिला। इन मरीजों में से 29 मरीजों के बलगम की जांच हुई, 24 मरीजों को एक्सरे के लिए भेजा गया तथा 87 मरीजों का ब्लड शुगर की जांच की गयी।
इस शिविर में मेरिनो कंपनी के महाप्रबंधक (ट्रस्ट संचालन) श्री मानबेन्द्र नाथ सन्याल ने बताया कि श्री प्रेमचंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा पिछले दो महीनों में निःक्षय दिवस के अवसर पर दो चिकित्सा शिविर लगाए गए जिसके तहत 400 से अधिक मरीज लाभान्वित हुए तथा आगे भी अलग-अलग मोहल्लों तथा गावों में हर महीने के 15 तारीख को निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जायेगा जिसमें न केवल लोग मुफ्त चिकित्सा का लाभ ले पाएंगे बल्कि लोगों को टीबी रोग के बारे में जागरूक भी बनाया जायेगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से पीपीएम कोऑर्डिनेटर डॉ0 सुशील चौधरी तथा आयुष्मान भारत के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ0 मारूफ चौधरी भी उपस्थित थे। डॉ0 सुशील चौधरी ने उपस्थित मरीजों को निःक्षय दिवस के बारे में जानकारी दी और बताया कि टीबी मरीजों को टीबी के दवाओं का कोर्स पूरा करना आवश्यक है और इसे बीच में नहीं छोड़नी चाहिए।
डॉ0 मारूफ चौधरी ने आयुष्मान भारत के बारे में लोगों को जानकारी दी और बताया कि आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे परिवार को पांच लाख रुपये तक का इलाज सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज किया जा सकता है। उन्होंने सन् 2025 तक भारत को टीबी मुक्त कराने में मेरिनो कंपनी के इस प्रयास तथा सहयोग को सराहा।
इस कार्यक्रम के दौरान ट्रस्ट के चिकित्सा अधिकारी डॉ0 पीएस अग्रवाल तथा डॉ0 डीके अग्रवाल ने मरीजों का निरीक्षण किया तथा अनिल कुमार, यासीन अली, विनोद कुमार ईश्वर चंद, मरीजों के प्रबंधन, बलगम की जांच, ब्लड शुगर की जांच तथा दवा वितरण में सहयोग किया।
भारत सरकार द्वारा चलाए गए राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान के तहत हर महीने के 15 तारीख को निक्षय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। भारत सरकार के इस प्रयास को और मजबूूती देने के लिए मेरिनो कंपनी द्वारा प्रायोजित श्री प्रेमचंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा टीबी रोग के बारे में लोगों को जागरूक बनाया जा रहा है तथा निक्षय दिवस का पालन किया जा रहा है।