देश के एकमात्र शहीद मेलें का हुआ समापन, स्व: कैलाश आजाद ने की थी मेलें की स्थापना – ललित कुमार

हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।


शहीदों की याद में लगने वाला भारत का एक मात्र शहीद मेला एवं प्रदर्शनी का यहां समापन किया गया, इस अवसर पर सूफी बंधुओं द्वारा कव्वाली का शानदार प्रस्तुति दी गई। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में श्रोताओं ने खूब आनंद लिया। समापन के अवसर पर शहीद मेला कमेटी द्वारा फायर ब्रिगेड विभाग को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त मिला ठेकेदार को भी स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

इस अवसर पर मेले के अध्यक्ष ललित कुमार अग्रवाल छावनी वालों ने कहा कि यह मेला 1976 से लगातार देश के सभी ज्ञात और अज्ञात शहीदों की स्मृति में लगाया जाता है।

1976 में इस मेले की शुरुआत क्षेत्र के प्रसिद्ध पत्रकार स्वर्गीय आचार्य कैलाश आजाद ने की थी। तब से लगातार यह मेला यहां आयोजित होता है यह मेला पूरे देश में शहीदों की याद में लगने वाला और एक माह तक चलने वाला अकेला मेला है।

मेला अध्यक्ष ने मेले के आयोजन में लग रहे मेला समिति के पदाधिकारी और सदस्यों का आभार प्रकट किया साथ ही नगर की जनता का भी उन्होंने आभार प्रकट किया पुलिस प्रशासन , अग्निशमन विभाग, नगर पालिका परिषद, विद्युत विभाग तथा अन्य सभी उन लोगों का मेला कमेटी ने आभार प्रकट किया जिन्होंने इस मेले में अपना पूर्ण सहयोग दिया।
उन्होंने कहा कि इस वार इस मेले में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, रागिनी , संगीत संध्या , एक शाम देश के नाम तथा मुकाबला ए कव्वाली का आयोजन किया गया जिन्हें दर्शकों ने बेहद सराहा।
हमारा प्रयास रहेगा कि आगे आने वाले वर्षों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई जाए जिससे मेले को और भव्यता प्रदान की जा सके।
नगर में इस भव्य मेले के आयोजन करने तथा उसका कुशल नेतृत्व करने पर नगर की साहित्यिक संस्था काव्यदीप तथा तारेश प्रकाशन ने संयुक्त रूप से मेला अध्यक्ष ललित कुमार अग्रवाल को शाल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।
इस अवसर पर मेला महामंत्री मुकुल त्यागी, कोषाध्यक्ष आशुतोष आजाद, प्रभात अग्रवाल, सोनू बंसल, अतुल कुमार दादरी वाले ,विशाल अग्रवाल उमेश उत्पल ,नवनीत आजाद आदि मौजूद रहे।

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