हापुड़। बेसिक शिक्षा विभाग में पंजिकाओं के डिजिटलाइजेशन के विरोध में शिक्षठ संघों ने विरोध किया ।जिसका शिक्षकों ने समर्थन करते हुए बीएसए द्वारा वेतन रोकने की चेतावनी पर रोष व्यक्त किया गया।
प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद हापुड़ के पदाधिकारियों ने जनपद के अन्य संगठनों के साथ एक गूगल मीट की गूगल मीट में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद हापुड़ के संरक्षक चौधरी इशरत अली, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शिशोदिया,जिला मंत्री नीरज चौधरी,राशिद हुसैन,अमित भाटी,अरुण कुमार,अंशु सिद्धू,रीना चौहान,संगीता मैम,दिनेश कुमार और अन्य संघ के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया और विद्यालयों के पंजिकाओं के डिजिटिलाइजेशन के विरोध में समर्थन दिया ।
बैठक में कहा गया कि जब तक कई वर्षों से लंबित मांगों का समाधान नहीं हो जाता है तथा साथ ही साथ पंजिकाओं के डिजिटलाइजेशन में आ रही सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक कोई भी शिक्षक, शिक्षिका डिजिटलाइजेशन करने के बिल्कुल भी पक्ष में नहीं है, शिक्षक समस्याओं का समाधान विभाग द्वारा ना किए जाने से सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं में व्यापक स्तर पर रोष व्याप्त है, पहले विभाग को सभी शिक्षक समस्याओं का समाधान करना चाहिए ।
प्रदेश नेतृत्व द्वारा शिक्षक, शिक्षिकाओं के मत के अनुसार पूर्व में ही विभागीय उच्च अधिकारियों को पत्र देकर सभी शिक्षक समस्याओं का समाधान न होने तक डिजिटलाइजेशन का बहिष्कार किया गया है।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सम्मानित प्रदेश नेतृत्व के द्वारा पूर्व में वर्षों से लंबित शिक्षक समस्याओं के निराकरण हेतु मांग पत्र कई बार सभी विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों एवं विद्यालय की पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन करने में आ रही सभी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान हेतु महानिदेशक स्कूल शिक्षा महोदय, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद महोदय तथा अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों को मांग पत्र दिया गया है, किंतु अद्यतन शिक्षकों की किसी भी समस्या का समाधान तथा पंजिका डिजिटलाइजेशन करने में आ रही किसी भी समस्या का समाधान विभाग के द्वारा नहीं किया गया है एवं इस संबंध में विभागीय उदासीनता स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है और ऐसा प्रतीत होता है जैसे इनका मकसद सिर्फ और सिर्फ अध्यापकों का शोषण है*
बीएसए रितु तोमर द्वारा पत्र जारी करके पंजिकाओं के डिजिटलाजेशन न किए जाने की स्थिति में शिक्षकों कर्मचारियों का वेतन बाधित किए जाने का आदेश निर्गत किया गया है जो पूर्णतया अव्यवहारिक और गलत है उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ- हापुड़ इसका कड़ा विरोध करता है।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा शिक्षकों को सी. यू.जी.सिम कार्ड भी उपलब्ध नहीं कराया गया है, विभाग के द्वारा सिमकार्ड न दिए जाने तक प्राप्त हुए टैबलेट पर किसी भी अन्य प्रकार का कार्य भी संभव नहीं है,ऐसी स्थिति में यदि डिजिटलाइजेशन न किए जाने को लेकर किसी भी शिक्षक,शिक्षिका का वेतन बाधित किया जाता है तो उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद हापुड़ के द्वारा प्रांतीय नेतृत्व के द्वारा पूर्व से किए गए डिजिटलाइजेशन के पूर्ण बहिष्कार के क्रम में कड़ा निर्णय लेकर शिक्षकों के हितों के लिए आंदोलन करने को बाध्य होगा। जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व विभाग का होगा।