हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति को तेज करने के लिए ग्राम पंचायतों में सचिवों की तैनाती कलस्टर जोन के अनुसार पारदर्शिता के साथ कर दी गयी है। सचिवों की तैनाती के लिए तीन उच्च अधिकारियों मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार और जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने सभी सहायक विकास अधिकारियों पंचायत व ग्राम पंचायत सचिवों के साथ खुली मैराथन मीटिंग की। लगभग साढ़े तीन घण्टे तक चली बैठक में बाद सचिवों से ग्राम पंचायतों का विकल्प व सहमति लेते हुए उनकी तैनाती कर दी गयी है। अब पंचायत सचिवों को आसपास की ग्राम पंचायतों को दिया गया है। इससे सचिवों को एक ग्राम पंचायत से दूसरी ग्राम पंचायत में जाने में अधिक समय नही लगेगा। सचिव ग्राम पंचायतों में पहले के मुकाबले अधिक समय जनता को दे सकेंगे। विकास को गति देने में भी तेजी आएगी। अब ग्रामीणों को भी ग्राम पंचायत सचिवों से ग्राम पंचायत में ही बात करने, अपनी समस्या रखने में सहूलियत हो जाएगी। जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पारदर्शिता के साथ यह व्यवस्था इसलिए की गई है कि ग्राम पंचायतों में विकास की गति को तेज किया जा सके। सचिवों से भी तैनाती में विकल्प व सहमति लेकर उस पर विचार किया गया है ताकि किसी सचिव को ग्राम पंचायत में कार्य करने में कोई दिक्कत न हो। सचिवों की ओर से समस्या रखी जाती थी कि एक ग्राम पंचायत से दूसरी ग्राम पंचायत में जाने में समय अधिक लगता है। अब इस समस्या को पंचायती राज विभाग की ओर से समाप्त कर दिया गया है। ग्रामीणों की भी शिकायत रहती थी कि सचिव नही मिलते। अब ग्राम पंचायत में ही सचिव ग्रामीणों को मिल जाया करेंगे।। गौरतलब है कि शासन की ओर से विकास कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए जाते रहे हैं। ग्राम पंचायतों को 29 विषयों के संचालन की जिम्मेदारी दी गयी है। अब इस नई व्यवस्था से विकास की गति तेज होगी, ग्रामीणों की समस्याएं भी शीघ्र निपट सकेंगी।