चन्द्रयान-3 लैंडिंग का सीधा दर्शन देख रोमांचित हुआ टीचर्स व स्टूडेंट्स,दी बंधाईया ,भारत बना विश्व का पहला देश,रचा इतिहास

हापुड़।
आज मेरठ रोड स्थित श्री शांतिस्वरूप कृषि इण्टर कॉलेज हापुड़ की रमन लैब में बच्चों को ISRO द्वारा १४ जुलाई को भेजे गये चन्द्रयान-३ की चाँद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग को प्रोजेक्टर के मध्यम से दर्शाया गया जिसे डेस्क सभी बच्चे और अध्यापक गण बहुत रोमांचित हुए। सभी ने एक सुर में ISRO के वैज्ञानिकों को हृदय से बधाई दी और उनके परिश्रम से प्रेरणा ली।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य प्रभुदयाल जयन्त ने की। कार्यक्रम के संयोजक एवं भौतिकी प्रवक्ता डॉ अजय कुमार मित्तल ने बच्चों को किसी उपग्रह या चंद्रयान जैसे किसी अंतरिक्षयान के भेजने की क्रिया और उसके उद्देश्यों के बारे में बताया। उन्होंने ISRO के चीफ़ एस०सोमनाथ के दृढ़निश्चय और आत्मविश्वास की प्रशंसा करते हुए उन्हें नमन किया। डॉ अजय मित्तल ने बताया कि चन्द्रयान-१ से विश्व में हमने ही दुनिया को सबसे पहले चाँद पर जल की उपस्थिति के बारे में बताया था और इस बार हम और भी सम्भावनाओं का पता लगायेंगे। उनके अनुसार इस मिशन में चन्द्रयान-२ की कमियों को ध्यान में रखकर बहुत बड़े बदलाव किए थे जिसके फलस्वरूप यह मिशन सफल हुआ।
प्रधानाचार्य जयन्त ने बताया कि भारत विश्व का पहला देश बन गया है जो चाँद की दक्षिणी सतह पर सबसे पहले पहुँचा है। इस अवसर पर सभी ने उत्साह में एक दूसरे को बधाई दी और एक भारतीय होने के गौरव का अनुभव किया।
इस अवसर पर अध्यापक श्री प्रतीक गुप्ता, अरविंद कुमार, रवींद्र गुप्ता, मनोज कुमार, राजकेशर, राजवीर सिंह, रामकुमार, मनीष कुमार, श्रीकृष्ण द्विवेदी, अमित गुप्ता, विजय कुमार, जितेंद्र यादव ने तथा कर्मचारी श्री प्रबल प्रताप, करण, राहुल, जयवीर, राजकुमार, प्रशान्त, सोमनाथ ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया। छात्र अनमोल, दीपांशु, हिमांशु, विनीत, सौरभ, निशांत, हर्ष, विवेक और लक्ष्य आदि ने इस अवसर का लाभ उठाया।
प्रधानाचार्य प्रभुदयाल जयन्त ने सभी के सहयोग के प्रति आभार प्रकट किया।

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