एंटी मलेरिया साफ सफाई के प्रति फैलाई जा रही जागरूकता, मच्छर पर वार” अपनाकर मच्छर जनित रोगों से बचें



हापुड़, ।
जनपद में सीएमओ डॉ सुनील त्यागी के निर्देशन में मलेरिया विभाग जून माह को एंटी मलेरिया माह के रूप में मना रहा है। मलेरिया के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है। साथ ही लोगों को घरों के आसपास साफ सफाई रखने की अपील की जा रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र कुमार ने बताया कि सरकारी चिकित्सालयों में पहुंचने वाले बुखार के सभी रोगियों की मलेरिया स्लाइड तैयार कराई जाएगी। पूरे माह के दौरान मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के लिए गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, साथ ही लोगों को मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। बरसात के कारण खुले पड़े प्रयोग में न आने वाले टायरों, बर्तनों या फिर नालियों में जल जमाव होने से मलेरिया संक्रमण के वाहक मादा एनाफिलीज मच्छर पनपते हैं। मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करें। मच्छर पनपने वाले स्रोतों को नष्ट करें।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि हर रविवार, मच्छर पर वार, यह वाक्य मच्छर के अंडे से मच्छर बनने का पूरा चक्र है। अंडे से मच्छर बनने में एक सप्ताह का समय लगता है। यदि हम हर सप्ताह अपने घर के कूलर, फ्रिज की ट्रे और घर के आसपास जमा पानी की सफाई, एंटी लार्वा स्प्रे कर दें तो मच्छर पनपने ही नहीं पाएंगे और मच्छर नहीं पनपेंगे तो वेक्टर जनित रोगों का संक्रमण नहीं बढ़ सकेगा।

-प्लाज्मोडियम वाइवैक्स वायरस के कारण होता है मलेरिया
हापुड़। मलेरिया प्लाज्मोडियम वाइवैक्स वायरस के कारण होता है। मादा एनाफिलीज मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस उसमें चला जाता है और फिर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटने पर मच्छर वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में छोड़ देता है, इस प्रकार मलेरिया का संक्रमण बढ़ता जाता है।

-मलेरिया के लक्षण
हापुड़। तेज बुखार, थकान, सिर दर्द, पेट दर्द, उल्टी या मतली आना, बेहोशी आना और मांसपेशियों में दर्द आदि मलेरिया के लक्षण हैं।

-सीएमओ का कथन
मच्छर जनित बीमारियों से रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। साफ सफाई के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ऐसे मौसम में लोग साफ सफाई का ध्यान रखें।
-डॉ सुनील त्यागी, सीएमओ हापुड़

Exit mobile version