हापुड़(अमित मुन्ना/जनार्दन सैनी)।
कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण
की आयोजित 63वीं बोर्ड बैठक में रखे गये 14 प्रस्तावों को हरी झंडी मिल
गयी। जिसमें मुख्य रूप से एचपीडीए विकास क्षेत्र में 22 अतिरिक्त गांवों
को शािमल करने व टेक्सटाइल सेंटर स्थित खाली भूखंडों के आवंटन निरस्त करने के प्रस्ताव शामिल है।
हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष अर्चना वर्मा ने बताया कि मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बोर्ड बैठक में कुल 14 प्रस्ताव रखे गए। जिसमें एक प्रस्ताव यह था कि पिलखुवा के टेक्सटाइल सेंटर में जो कुछ भूखंड समयावधि यूनिट संचालन के लिए दिए गए थे
उनकी समयावधि को अतिरिक्त शुल्क लगाते हुए दो साल के लिए बढ़ा दिया जाए।
साथ ही जिन लोगों ने भूखंडों को बनाने में रुचि नहीं दिखाई है, उन्हें
नियमानुसार निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। यह प्रस्ताव पास हो गया। बैठक
में शासन से आए दो शासनादेशों को भी अंगीकार कर लिया गया है। बैठक में
जिले के 22 गांवों को प्राधिकरण के विकास क्षेत्र में शामिल करने का
प्रस्ताव पास हो गया। इसके संबंध में प्रस्ताव अब शासन को भेजा जाएगा। यह
प्रस्ताव जिले के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इसके अलावा
प्राधिकरण की योजनाओं में अनुरक्षण शुल्क लिया जाएगा। वहीं ग्रुप हाउसिंग
भूखंडों को पुनर्नियोजित किया जाएगा। जिससे प्राधिकरण की आमदनी में
वृद्धि होगी। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत हिंडालपुर और
आनंद विहार में बनने वाले भवनों के बाह्य कार्यों को कराने के लिए
प्रस्ताव रखा गया। इसमें सात से आठ करोड़ से कार्य कराए जाएंगे। जिन्हें
अवस्थापना निधि से कराने पर सहमति बन गई।
बैठक में जिलाधिकारी अनुज सिंह,प्राधिकरण के सचिव प्रदीप कुमार
सिंह,मुख्य अभियंता देवेन्द्र शर्मा,नामित सदस्य अशोक पाल,पीडब्लूडी से
अधिशासी अभियंता जोध कुमार,अधिशासी अभियंता निरंकार सिंह तोमर, बेसिक
शिक्षा अधिकारी अर्चना वर्मा,पालिका चेयरमैन प्रफुल्ल सारस्वत,सहायक नगर
नियोजक प्रोभात कुमार पॉल आदि उपस्थित थे।