सावन में मिठास घोल देता है घेवर, वर्षा में नहीं सीलने वाला एकमात्र मिष्ठान हैं घेवर
सावन में गिफ्ट में दी जाने वाली एक मात्र मिठाई बना घेवर
हापुड़।
सावन का महीना शुरू होते ही लोगों के जुबान पर घेवर का नाम नहीं आये ऐसा हो नहीं सकता। जिसे देखते हुए सावन का महीना शुरू होने से पूर्व ही मिठाई की दुकान पर घेवर बिकना शुरू हो जाता है। इसका स्वाद लजीज होने के कारण ग्राहकोंं की सावन में पहली पसंद है। लोगों की पसंद के कारण मिठाई विक्रेता इस माह में मिठाईयों में सबसे अधिक घेवर बनाते है। त्यौहारों के निकट आने पर घेवर की मांग भी बढ़ जाती है।
सावन का महीना शुरू होते ही मिष्ठान विक्रेता गुझिया,फैनी,मीठी पापड़ी आदि को बनाना शुरू कर देते है। इन मिठाईयों की
अपेक्षा घेवर को अधिक मात्रा में बनाते है। क्योंकि सावन के महीने में अगर कोई मिठाई बिकती है वह केवल घेवर है। सावन के महीने में घेवर ग्राहकों की पहली पसंद होती है। घेवर का स्वाद लजीज होने के कारण बच्चे,बूढ़े और जवान भी इस माह में इसे खाने से नहीं चूकते है। जिन लोगों को मिठाई खाने के लिए मना होता है। वह घर में रखे घेवर को परिजनों के आंख बचने पर इसका स्वाद लेने से नहीं चूकते है।
सावन के महीने में नहीं सीलने वाला एक मात्र मिष्ठान होने एवं बच्चों एवं बूढ़ों की पहली पसंद होने के कारण विक्रेता बड़े पैमाने पर इसे बनाते है।
इसके अलावा इस माह में लोग एक दूसरे को गिफ्ट देने के लिए गिफ्ट सेन्टरों के स्थान पर सीधे मिठाई की दुकान पर जाते है। क्योंकि सावन माह में घेवर को गिफ्ट में भी दिया जाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए विक्रेता दुकानों में इसका काफी स्टॉक रखते है।
सूरी मिष्ठान विक्रेता जगदीश सूरी ने बताया कि बाजार में सादा घेवर 300 से 400 रुपये किलो तथा मावा युक्त घेवर 450 से 500 रुपये किलो बिक रहा है। लोग गिफ्ट में घेवर देना पसंद कर रहे है। क्योंकि बरसात के दिनों में घेवर एक मात्र ऐसी मिठाई है,जो सीलती नहीं है। घेवर का गिफ्ट में देने का चलन बढ़ते देख आकर्षक डिब्बे बनवाये गये है।
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