हापुड: जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर (डीपीआरसी )में बुधवार को लखावटी व गुलावठी विकास खंड, जनपद बुलंद शहर के ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायक, खंड प्रेरक और सफाई कर्मियों को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज दो के अंतर्गत ग्राम पंचायतों को मॉडल बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
उनको स्वच्छता प्लान बनाकर उसके अनुरूप ग्रामों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन की कारगर व्यवस्था करने के लिए प्रेरित किया गया। इसके लिए वित्तीय प्रावधानों और तकनिकी प्रावधानों पर चर्चा की गई। मास्टर ट्रेनर हरकिरत सिंह ने सभी को अपशिष्ट क्या है, कैसे उसकी पहचान करें, कैसे उसको घर के स्तर पर और समुदाय के स्तर पर पृथक करने और सुरक्षित निपटान करने पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया ग्राम पंचायतों में किस किस तरह का कचरा निकलता है। इसका उचित प्रबंधन नही किया गया तो लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। मास्टर ट्रेनर जिला समन्वयक गोपाल राय ने स्वच्छ भारत मिशन के दोनो चरणों और उनकी चुनौतियों पर चर्चा की। कैसे ग्राम पंचायतों को ओ डी एफ प्लस बनाया जा सकता है, इस पर मंथन किया ।
गोपाल राय ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के प्रथम चरण में ओ डी एफ और द्वितीय चरण में ओ डी एफ प्लस के विभिन्न घटकों पर प्रतिभागियों के साथ चर्चा की। कैसे ग्राम पंचायत को स्वच्छ, स्वस्थ की दिशा में ले जाते हुए मॉडल बनाया जा सकता है। ओ डी एफ प्लस की तीनो श्रेणियों उदीयमान, उजव्वल और उत्कृष्ट के बारे में बताया गया, इसके लिए प्रेरित किया गया।
गोहरा ग्राम में बने बर्मी कमपोस्ट पिट और नाडेप पिट , सोख पिट की जानकारी दी गई। उनको व्यावहारिक ज्ञान दिया गया। इंजीनियर गौरव कुमार ने ओ डी एफ प्लस के लिए तकनीकी विकल्पों की जानकारी दी।