हापुड़। योगी सरकार में ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि हिंदू धर्म को बचाने वाले कोई समाज है तो वह वाल्मीकि समाज है। यह समाज हमेशा धर्म और समाज की लड़ाई लड़ने वाला रहा है।
डाक्टर तोमर यहां स्वर्ग आश्रम रोड़ पर भारतीय बाल्मिकी धर्म समाज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक दिवसीय महाअधिवेशन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज के लोगों से संबंधित जो ज्ञापन दिया गया है उसे वह उचित माध्यम से पहुंचाकर समस्या का समाधान कराएगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ डाक्टर देव सिंह अदवैती महाराज ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
प्रदेश सरकार के राजस्व राज्य मंत्री अनूप वाल्मीकि ने पार्टी संगठन, पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जैसे व्यक्ति को यहां तक पहुंचा है। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि समाज के व्यक्ति को मंत्रीमंडल में या तो समाज कल्याण विभाग दे दिया जाता है या सफाई कर्मचारी आयोग में सदस्य या चेयरमैन बना दिया जाता है। लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार में उन्हें महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के मंडल प्रमुख दीपक चंद्रा ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को एक सूत्र में बांधना तथा कुरीतियों को त्यागना, शिक्षा के लिए प्रेरित करना, अंधविश्वास दूर करना, नशाखोरी जैसी कुप्रथाओं से समाज को मुक्त करना, भगवान वाल्मीकि का प्रचार प्रसार कर समाज को भगवान वाल्मीकि के बारे में जागरूक करना है। विधान परिषद सदस्य गोपाल अजाना समेत अनेक लोगों ने भी विचार व्यक्त किए।
मंत्री को दिए ज्ञापन में कहा गया कि मुरादाबाद मंडल में किसी भी विश्वविद्यालय का नाम भगवान वाल्मीकि के नाम पर रखा जाए। भगवान वाल्मीकि के प्रकट दिवस पर अवकाश बहाल किया जाए. सभी आउट सोर्सिंग व संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए या समान वेतन दिया जाए। वाल्मीकि रामायण को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए. अयोध्या में बनने वाले भव्य श्रीराम मंदिर के साथ भगवान वाल्मीकि का मंदिर भी बने, वाल्मीकि समाज को अलग से आरक्षण की व्यवस्था, सफाई कर्मचारियों को हैल्थ सैनिक का दर्जा दिया जाए, प्रधानमंत्री आवास योजना में सफाई कर्मचारियों को पहल के अाधार पर घर दिया जाए समेत अनेक मांग थी।
इस मौके पर भाजपा के जिला महामंत्री पुनीत गोयल, प्रमोद जिंदल, मंडल अध्यक्ष विनीत दीवान, भगत सिंह वाल्मीकि, ललित खलीफा, संजय सहरानपुरिया, शगुन, संजय, ललित बाबा. लालाराम, योगेश, राजीव चौधरी, रविंद्र, धर्मसेन पार्चा, परवीन, जयप्रकाश, सुनील, पार्चा, टीटू, जुगल, रविंद्र, सोनू, मांगेलाल, अनुज, दीप सिंह, सुभाष, विशाल, जगदीवन, दीप, अशोक, रविंद्र, राजवंशी, मांगेराम आदि मौजूद थे।