हापुड़।
अच्छेजा स्थित एण्टी०एम०एस० कॉलिज में भारतीय सेना दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षकों और छात्रों ने सेना के जवानों को सैल्यूट करके उनके प्रति सम्मान प्रकट किया।
चैयरमेन नरेन्द्र अग्रवाल और सचिव रजत अग्रवाल ने 1962, 1965, 1971 और 1998 के युद्धों में भारतीय सैनिकों के महान योगदान को याद किया, जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता। कार्यकारी निदेशक डॉ राकेश अग्रवाल ने भारतीय सैनिकों के बलिदान को यो कहा- सर्वस्व देश पर तुमने अपना लुटा दिया हम तो केवल आँख के आंसू दे पाये
हर सास चढ़ा दी तुमने माँ के चरणों में हम तो बस गुणगान तुम्हारा कर पाये।” बी० एड०) के डीन डॉ० संजय कुमार ने भारत के वीर सैनिकों को भारतमाता का सच्चा रक्षक बताया। प्रो० ए०पी० राघव ने अपने गांव के वीर सैनिकों को याद करते हुए उनके समर्पण और वीरता के किस्से सुनाये। आज इन जवानों के कारण ही हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। प्रीति ने बताया कि. उनके पिता फौज में थे। वह कई कई महीनों में घर आते थे जब उनकी चिठ्ठी आती थी तो लगता था पापा आ गये। उनकी याद करते हुए वह भावुक हो गयी। प्रो० शिवम ने बताया उनके चाचा प्रेम सुन्दर फौज में थे। उनकी वीरता हमें प्रेरणा देती थी प्रो० विनय ने कहा हमारे गांव के वीर जवान कहते है कि माँ से पहले भारतमाता है। सैदपुर के हर परिवार में एक बेटा सैनिक जरूर है। अंग भंग होने के बाद भी सैनिक देश के लिए काम करते हैं। प्रो० दीपेश, नारायन, शिवानी और सचिन ने सैनिको को नमन करते हुए भारतमाता की जय का घोष किया आज भारत के युवकों में एक परिवर्तन आया है कि के वीर जवानों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं स्नेहा, काजल, कोमल, वैशाली, विनय, केशव, वंश, घनेन्द्र पाल सिंह व पवन ने भारतीय सैनिकों के प्रति श्रद्धा के भाव प्रकट किये।