हापुड़। फरीदाबाद में विजीलेंस टीम द्वारा 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुए दरोगा सुरेन्द्र सिंह के मामले में थाना प्रभारी पर भी गाज गिर गई है। एसपी ने थाना प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिंह बिष्ट को लाइन हाजिर कर दिया है। हालांकि अभी किसी ना थानेदार की तैनाती नहीं हुई है।
बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने जिला फरीदाबाद क्षेत्र के गांव बुढैना निवासी आदेश भड़ाना और उसके छोटे भाई के खिलाफ बाबूगढ़ थाने में युवती को बहला फुसला कर ले जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आदेश करीब एक महीने तक जेल में बंद रहा था और फिर जमानत पर रिहा हो गया। जबकि उसका भाई अभी भी जेल में बंद है।
इस मामले में बाबूगढ़ थाने में तैनात दरोगा सुरेन्द्र सिंह, आदेश और उसके परिजनों को मुकदमें में फंसाने और छोटे भाई का एनकाउंटर करने की धमकी देकर रिश्वत की मांग कर रहा था। परिजनों का कहना था कि वे एक लाख रुपये की रिश्वत दे भी चुके हैं। लेकिन 30 हजार रुपये की रिश्वत और मांगी जा रही थी।
परेशान होकर आदेश ने फरीदाबाद विजिलेंस टीम से सम्पर्क किया। योजना के तहत उसने दरोगा को रुपये देने की बात कर फरीदाबाद के सेक्टर-81 स्थित अपनी दूध की डेयरी पर बुलाया था। फरीदाबाद विजिलेंस टीम ने दरोगा को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया था।
एसपी दीपक भूकर ने मामले में आरोपी दरोगा को निलंबित कर जांच के आदेश दिए थे। अब थाना प्रभारी पर मामले में कार्यवाही की गई है।