हापुड़।
उमस भरी गर्मी के बीच बुधवार की सुबह रूक रूक कर झमाझम बारिश होने से शहर और देहात क्षेत्र तालाब में तब्दील हो गया। बारिश से गर्मी से राहत तो मिली लेकिन, लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। शहर के कई निचले इलाकों में करीब घंटों तक पानी भरा रहा। कुछ जगहों पर पानी लोगों के घरों में घुस गया। गोल मार्केट समेत रेलवे के अंडरपास भी जलमग्न हो गए, जिससे करीब 50 गांवों के लोगों को आवागमन बाधित हुआ है। बरसात ने नगर पालिका परिषद हापुड़ के सफाई दावों की भी पोल खोलकर रख दी।
क्षेत्र में बुधवार सुबह करीब साढ़े छह बजे बारिश शुरू हुई। करीब घंटे तक बादल जमकर बरसे। जल निकासी नहीं हो पाने के कारण कई जगह तो एक से ढाई फुट तक पानी भर गया। रेलवे रोड, अतरपुरा चौपला, गोल मार्केट, संजय विहार, मोदीनगर रोड, अर्जुन नगर दिल्ली रोड, चमरी, लज्जापुरी, आदर्शनगर कॉलोनी, देवलोक कॉलोनी, बुलंदशहर रोड पर फिरोज बिल्डिंग के आसपास की गलियां, स्वर्ग आश्रम, शिवपुरी में जलभराव हुआ।
इसके अलावा बाजार बजाजा, गांधी गंज, कोठी गेट आदि बाजारों की सड़कें पानी में डूब गईं। बाजार में पानी भरने के कारण दुकानदार घंटों देरी से अपनी दुकानें खोल सके। छुट्टी के कारण सुबह के समय लोग अपने घरों में ही रहे। कई गलियों में तो नालियों का गंदा पानी घरों तक में घुस गया। लोगों का कहना है कि सभी नाले चोक हैं, जिसके कारण शहर में सडक़ों पर जलभराव हो गया।
अंडरपास में भरा पानी
बारिश के चलते रेलवे के अंडरपास भी तालाब में तब्दील हो गए। बारिश होने से गांव दादरी, महमदपुर, पांची समेत आसपास क्षेत्र के सभी अंडरपास में तीन से चार फुट तक जलभराव हो गया। महमदपुर अंडरपास में हुए जलभराव के कारण गाड़ियां भी वहां फंसकर खराब हो गईं। नवादा के प्रधान इंद्रेश गौरव चट्टा ने बताया कि अंडरपास पानी से भरे पड़े हैं। इनमें फंसे वाहनों को आसपास के लोगों ने ट्रैक्टर और अन्य गाड़ियों से खिंचवाकर अंडरपास से बाहर निकाला। जलभराव होने के कारण करीब 50 गांवों के लोगों का आवागमन ठप हो गया। लोगों को कई किलोमीटर का चक्कर काटकर वैकल्पिक रास्ते का उपयोग करना पड़ा। स्कूल खुलने के बाद बच्चों को अधिक परेशानी होगी।