तलाक के 16 साल बाद अपनी 17 सार की बेटी के साथ सुसराल पहुंची ,साथ रहने की जिद पर अड़ी
हापुड़। थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में 16 साल पूर्व रजामंदी से तलाक लेने के बावजूद भी पत्नी अपनी 17 साल की बेटी के साथ पुनः सुसराल पहुंच गई और पति के साथ ही रहने की जिद करने लगी। जिससे ग्रामीण और उसके परिजन परेशान हैं।
गढ़ के गांव निवासी व्यक्ति ने बताया कि उसकी शादी 2006 में मेरठ के गांव निवासी महिला से हुई थी। शादी के एक साल बाद बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद दोनों में तकरार शुरू हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि पत्नी ने उसके और परिजनों के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों के परिवारों के बीच कई बार वार्ता हुई लेकिन, हल नहीं निकल सका।
महिला के ना मानने पर दोनों पक्षों के गणमान्य लोगों और बिचौलिये को साथ लेकर बैठक हुई, जिसमें दोनों का फैसला करा दिया गया। महिला को एक लाख रुपये देकर तलाक करा दिया गया। वहीं, समझौते की सभी शर्त एक स्टांप पर लिखवाकर नोटरी करा दी गई। जिसमें दोनों के दूसरी शादी करने पर भी कोई आपत्ति नहीं थी। तलाक के बाद दोनों ने ही दूसरी शादी कर ली। पीड़ित का कहना है कि वह दूसरी पत्नी और बच्चों के साथ खुशहाल जीवन जी रहा था।
नहीं मान रही परिवार व ग्रामीणों की बात
16 साल बाद रविवार को तलाकशुदा पत्नी अपनी 17 साल की बेटी को साथ लेकर उसके घर पहुंच गई, जो उसके साथ ही रहने की जिद पर अड़ गई। परिवार और ग्रामीणों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी। पीड़ित का कहना है कि वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। उसकी शादी हो चुकी है, ऐसे में वह दो पत्नियों को कैसे रख सकता है। पीड़ित ने कोतवाली पहुंचकर हस्तक्षेप की मांग की है।