कृष्णा हत्याकांड के हत्यारोपी दंपत्ति सहित तीन गिरफ्तार, हत्या में प्रयुक्त सामान बरामद , बच्चों से मारपीट की घटना को लेकर की थी हत्या
हापुड़ (यर्थाथ अग्रवाल मुन्ना/ रिशु सिंह)।
थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में एक मासूम की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारोपियों दंपत्ति व अन्य को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त सामान बरामद कर लिया ।
गिरफ्तार अभियुक्त दीपक द्वारा अपने बच्चों के साथ कृष्णा द्वारा की गई मारपीट का बदला लेने के लिए अपनी पत्नी रीना व भाई सोनू के साथ मिलकर की थी कृष्णा की हत्या ।
थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के भीहल्ला सेगेवाला में शाम के समय घर के बाहर खेल रहा बच्चा कृष्णः गुम हो गया था, किसे परिजनों द्वारा काफी तलाश किया गया लेकन बच्चा कहीं नहीं मिला था।
गठित टीमों द्वारा आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व आस-पास के घरों में तलाशी की जा रही थी, तलाशी के दौरान दिनांक 22-02-2025 को गुमशुदा बच्चे का शव मौहल्ला सेगेवाला के एक मकान की छत से बरामद हुआ, जिसके पश्चात वादिया द्वारा तीन नामजद आरोपियों
गढ़ निवासी दीपक शर्मा व पत्नी रीना ,भाई सोनू
के विरुद्ध दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा उपरोक्त को धारा 103(1), 238, 140 (1) बीएनएस में तरमीम किया गया।
एसपी कुंवर ज्ञान्जय सिंह ने बताया कि हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे निशानदेही से मृतक का एक का लाल रंग का टोपा, एक जोडी चप्पल व एक गले का काला धागा मय लाकेट बराबद हुआ है।
गिरफ्तार में हत्यारोपियों ने बताया कि राजाराम का बेटा कृष्णा (8) मेरे बच्चों के स्कूल में साथ पढ़ता है, कृष्णा मी दोनों छोटे बच्चों को तंग व परेशान कर मारपीट करता था, खेलते समय भी कृष्णा ने मेरे छोटे बेटे वंश के साथ मारपीट कर दी थी, मेरी पत्नी रीना बच्चों के साथ मारपीट से ज्यादा परेशान थी और कहती थी कि कृष्णा का तो कुछ करना पड़ेगा। दिनांक 21.02.2025 की शाम को कृष्णा हमारे भच्चों के साथ गली में खेल रहा था तभी मेरी पत्नी रीना ने कहा कि आज अच्छा मौका है। मैं अपने बच्चो को लेकर आया तो कृष्णा को भी साथ ले आया व रात्रि में अपने बच्चों के साथ ही कृष्णा को सुला दिया था, कृष्णा के परिवार वालों को रात्रि में ही कृष्णा के गुम होने की जानकारी हो गयी थी और भौहल्ले के काफी लोग कृष्णा की तलाश कर रहे थे, मैने अपनी पत्नी व भाई के साथ मिलकर कृष्णा का गला दबा कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस व मौहल्ले वालों की अधिक सक्रियता के कारण हम शव को हटा नही पागे थे। मैंने व मेरी पत्नी रीना तथा भाई सोनू ने अपने ऊपर के कमरे से कृष्णा का शव निकालकर कपडे में लपेट कर हमारे घर से मिली रस्तौगी को छत पर रख दिया था, और तुरन्त हम तीनों लोग अपने बच्चो को लेकर घर से निकल गये थे व घर से जाते समय मैंने व मेरी पत्नी रीना ने कृष्णाका टोपा, चप्पल गले में पहना लॉकेट ठण्डी सड़क पर एक प्लाट की दिनार के पास झाडियों में छिपा दिया का।