एन्फ्लूएंजा के खतरे के बीच जिले के मरीजों को सूखी खांसी के लिए बांटे 15 हजार कफ सीरप
हापुड़। एच-, एन-2 एन्फ्लूएंजा के खतरे के बीच जिले के मरीजों को सूखी खांसी ने जकड़ लिया है। एक महीने से खांसी मरीजों को परेशान कर रही है, जो लगातार दवाओं के सेवन के बाद भी ठीक नहीं हो रही। एक महीने के अंदर सरकारी अस्पतालों से करीब 15 हजार कफ सीरप बांट दिए गए हैं, अब अस्पतालों में पांच से सात दिन का ही स्टॉक बचा है। अधीक्षकों ने दवाओं की उपलब्धता को लेकर पत्रचार किया हैं।
देशभर में एच-3, एन-2 इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ रहे हैं, हापुड़ में भी इस रोग लक्षण वाले मरीजों की भरमार है। आलम यह है कि जिस मरीज को खांसी जकड़ रही है वह दो से तीन सप्ताह तक भी स्वस्थ नहीं हो पा रहा है। खांसते खांसते छाती और पेट दुख रहे हैं, गले में खराश भी राहत नहीं मिलने दे रही है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 60 फीसदी से अधिक मरीज इन रोगों के हैं।
आलम यह है कि एक महीने के अंदर सबसे ज्यादा खांसी का कफ सीरप, एंटी एलर्जिक, एंटी बायोटिक दवाओं की सबसे अधिक खपत हुई है। आठ हजार कफ सीरप में से 400 ही बचे हैं।