हापुड़ (अमित मुन्ना)।
इंडिया वाटर फाउंडेशन, नेशनल कॉउन्सिलफॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन विभाग विज्ञानं व प्रौद्योगिकी मनात्रलय भारत सरकार द्वारा प्रदित परियोजना स्वास्थ्य व जोखिम संचार कम्युनिकेशन कार्यक्रम चार जनपदों हापुड़, बुलंदशहर, नॉएडा व पूर्वी दिल्ली में कार्यान्वित कर रही है। इस श्रृंखला में पहला बहुपक्षियस संवाद जनपद हापुड़ के विकास भवन सभागार में किया गय।
इस संवाद की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रेरणा सिंह ने की। संवाद में इंडिया वाटर फाउंडेशन के अध्यक्ष व वर्ल्ड वाटर कॉउन्सिल के गवर्नर डॉ अरविन्द कुमार, भूतपूर्व सदस्य सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड डॉ एस के शर्मा, भूतपूर्व प्रिंसिपल कंज़र्वेटर ऑफ़ फॉरेस्ट्स डॉ दिनेश कुमार त्यागी व इंडिया वाटर फाउंडेशन के मुख्य पदाधिकारी श्रीमती श्वेता त्यागी उपस्थित थे।
श्रीमती प्रेरणा सिंह ने अपने अधिकारीयों का प्रोत्साहन करते हुए उन्हें इस संवाद में बढ़ चढ़ केर हिसस लेने के लिए प्रेरित किया व इंडिया वाटर फाउंडेशन का स्वागत करते हुए इस परियोजना की सराहना की।
डॉ अरविन्द कुमार ने अपने सम्बोधन में इस परियोजना का प्रारूप बताते हुए कहा की कोई भी परियोजना बिना विभागों के समन्वय के बिना संभव नहीं है। यह महत्वपूर्ण है की हम सब बैठ पर अंतर्विभागीय चुनौतियों को चिन्हित करे व उनके सुझाव निकाले।
डॉ शर्मा व डॉ त्यागी ने भी वर्षा जल संचयन, जल स्त्रोत्र कायाकल्प, व एग्रोफोरेस्ट्री के बारे में प्रेसेंटेशन्स दि। सभी प्रतिभागियों को तीन समूहों में बता गया और उन्होंने अपने विभागीय व अंतर्विभागीय चुनौतिओं व उनके समाधान आपस में चर्चा के माध्यम से किये। इस परियोजना के दौरान पूरे वर्ष स्कूली छात्रों के साथ गतिविधियां जैसे की चित्रकला प्रतियोगिता, वाद विवाद, मानव श्रृंखला इत्यादि का भी आयोजन किया गया।
इंडिया वाटर फाउंडेशन एक गैर लाभकारी सिविल सोसाइटी है जो एशिया प्रशांत क्षेत्र में जल तथा पर्यावरण सम्बन्धी मुद्दों के बारे में वृद्धित लोक जागरूकता उत्पन्न करने में रत है। इन मुद्दों का मानव के स्वास्थ्य, आर्थिक वृद्धि तथा लोगों की आजीविका पर उनके प्रभावों के बारे में बताने में भी रत ह। इंडिया वाटर फाउंडेशन सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी रत है