जिन्दा लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बैंक खाते से लिंक मोबाइल सिम निकलवाकर इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए की धनराशि निकालने गैंग के महिला सहित तीन सदस्य गिरफ्तार,2.5 लाख रुपए, लग्जरी कार बरामद
हापुड़। जनपदीय साइबर सेल व थाना हापुड़ नगर पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम ने जिन्दा लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर की रिप्लेस सिम निकलवाकर इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी कर धनराशि निकालने वाले गिरोह पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित 03 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार। जिनके कब्जे से 2,50,000/- रूपये नकदी, 5 मोबाइल फोन, बैंक की मोहर व भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, में तथा घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार चैक बुक बरामद की। गिरफ्तार अभियुक्तगण शातिर किस्म के अपराधी है जिनके द्वारा मुंबई, म०प्र०, राजस्थान व दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस तरह की कई घटना कारित कर करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी की गई है।
जनपदीय साइबर सेल व थाना हापुड़ नगर पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना हापुड़ नगर पर पंजीकृत मु0अ0सं0 579/23 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि व 66डी आईटी एक्ट का सफल अनावरण करते हुए जिन्दा लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर की रिप्लेस सिम निकलवाकर इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी कर धनराशि निकालने वाले गिरोह पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित 03 अभियुक्तों अमित शर्मा निवासी नया दरगंज थाना दादरी ,उमेश निवासी नीलकंठ वाटिका एनटीपीसी मोड दादरी थाना बादलपुर जिला गौतमबुद्धनगर गरिमा पुत्री हिम्मत सिंह निवासी दिल्ली पुलिस स्टॉफ क्वार्टस पश्चिम विहार वेस्ट दिल्ली
को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से 2,50,000/- रूपये नकदी, 05 मोबाइल फोन, बैंक की मोहर व भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, चैक बुक, बैंक सम्बन्धी दस्तावेज तथा घटना में प्रयुक्त लग्जरी SWIFT कार बरामद हुई है।
पूछताछ का विवरण:-
हम लोग बैंकों में जाकर बैठ जाते हैं बैंक में मौजूद भोले भाले लोगों से इंश्योरेंस के नाम पर उनके बैंक खाते व नाम पते व मोबाइल नम्बर की जानकारी ले लेते हैं फिर हमसे बरामद मोबाइल में मृत्यु प्रमाण पत्री डाउनलोड करके उसे एडिट करने के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर लोगों के खाते से लिंक मोबाइल नंब की डुप्लीकेट सिम निकलवाने के लिये सम्बन्धित सिम कम्पनी के स्टोर पर जाकर जिस व्यक्ति की सि निकलवाना है हम लोग स्वयं को उसका बेटा या बेटी बनकर एक फर्जी आधार कार्ड जिसमें अपना फोट लगाकर कोई भी नाम लिखकर उसमें जिस व्यक्ति का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया है उसका पिता के रूप में नाम व पता लिखकर तैयार कर लेते हैं फिर इसी आधार कार्ड से डुप्लीकेट सिम को निकलवाकर एक्टिवेट कर लेते हैं फिर लोगों के खातों से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खाताधारक के बैंक खाते को उसी बैंक की दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कराकर पैकबुक व डेविट कार्ड जारी कराकर अपने पतों पर मंगा लेते हैं फिर इंटरनेट बैंकिंग के जरिये यूजर आई0डी0 पासवर्ड फॉरगेट कर धोखाधड़ी से धनराशि ट्रांसफर कर निकासी कर लेते हैं इसी प्रकार हम लोगों ने हापुड की रहने वाली श्रीमती अलका देवी के पति भागीरथ का मोबाइल से एक मृत्यु प्रमाण पत्र डाउनलोड करके उसे एडिट करने के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके खाते से लिंक मोबाइल नंबर की डुप्लीकेट सिम निकलवाने के लिये VI STORE कम्पनी के हापुड़ के स्टोर पर जाकर गरिमा को भागीरथ की पुत्री बताकर अमित शर्मा द्वारा अपने मोबाइल से फर्जी गरिमा का आधार कार्ड बनाकर ले गये थे फिर VI STORE के कर्मचारियों द्वारा हमें एक सिम सं0 89910275121000650388 दी थी परंतु किसी कारण से यह सिम एक्टिवेट नहीं हो सकी इससे पहले हमने बुलंदशहर VI STORE पर भी उमेश की फोटो
लगाकर फर्जी आधार कार्ड से सिम निकलवाने का प्रयास किया था डुप्लीकेट सिम एक्टीवेट न हो पाने के कारण भागीरथ के बैंक खाते से हम लोग धनराशि नहीं कर पाये थे। इस प्रकार हमने विक्रांत प्रधान पुत्र रामचरण विश्वकर्मा निवासी बी-96 एनएच-2 एनटीपीसी कॉलोनी विंध्यनगर सिगरौली मध्य प्रदेश, राधे श्याम राकावत पुत्र रामचंद्र रांकावत निवासी 5/21 मुक्ता प्रसाद नगर बीकानेर राजस्थान, रामचरण विश्वकर्मा पुत्र गुरु प्रसाद विश्वकर्मा निवासी बी 96 एनएच-2 मुक्ता प्रसाद नगर बीकानेर राजस्थान व लक्ष्मण सिंह निवासी धौलपुर राजस्थान के साथ लाखों रुपयों की ठगी की घटना की थी गिरफ्तार अभियुक्तों का