मतांतरण के मामले में लापरवाही पर तत्कालीन एसओ और दारोगा निलंबित, एक परिवार का हुआ था धर्म परिवर्तन

 मतांतरण के मामले में लापरवाही पर तत्कालीन एसओ और दारोगा निलंबित एक परिवार का हुआ था धर्म परिवर्तन

गाजियाबाद

 नंदग्राम थानाक्षेत्र में सामने आए मतांतरण के मामले में मधुबन बापूधाम थाने के तत्कालीन प्रभारी नीरज तोमर को डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने और दारोगा कुशलपाल को डीसीपी ट्रांस हिंडन ने निलंबित किया है। दोनों पर आरोप है कि इसी मामले की शिकायत एक साल पहले मधुबन बापूधाम में उनकी तैनाती के वक्त भी हुई थी, लेकिन उस वक्त इस मामले को मतांतरण की जगह पुलिस ने औषधि अधिनियम में दर्ज कर खानापूरी की थी।

चार दिन पहले नंदग्राम पुलिस ने मौलवी बनकर लोगों का मतांतरण कराने के मामले में अकाउंटेंट सरफराज को गिरफ्तार किया था। आरोप था कि आरोपित पहले झाड़-फूंक कर बीमारी दूर करने का दावा कर हिंदू परिवार के बीमार लोगों को अपने जाल में फंसाता था, उसके बाद उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करता था।

नंदग्राम का ऐसा ही एक परिवार सामने आया है, जिसके पांच सदस्यों को मुस्लिम बनाया जा चुका है। प्राथमिक जांच में 10 से अधिक लोगों को मुस्लिम बनाने की बात सामने आई है। मतांतरण के लिए विदेशी फंडिंग का भी अंदेशा है।

पीड़ित परिवार के एक युवक का आरोप है कि सरफराज मोरटा का रहने वाला है, वह घर पर ही इलाज के बहाने मतांतरण कराता था, युवक ने अपनी मां का इलाज कराने के लिए सरफराज से संपर्क किया था, तब उसने मतांतरण के लिए दबाव बनाया था।

इस मामले की शिकायत एक साल पहले ही मधुबन बापूधाम थाने में कई गयी थी, लेकिन तत्कालीन एसओ नीरज तोमर और दारोगा कुशलपाल ने सही धाराओं में केस दर्ज नहीं किया, जिसका फायदा सरफराज को मिला। अब पुलिस कमिश्नर से शिकायत के बाद आरोपित को पकड़ा गया है।

डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में एसीपी ने जांच रिपोर्ट दी, जिसमें लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। नीरज तोमर वर्तमान में कोर्ट मॉनिटरिंग सेल का प्रभारी है और कुशलपाल की तैनाती खोड़ा में है।

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