Sawan Month Masik Kalashtami Vrat 2021 : हर माह में मासिक कालाष्टमी मनाई जाती है। सावन के माह में कालाष्टमी कल यानी 31 जुलाई को पड़ रही है। हर माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पावन पर्व मनाया जाता है। कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि भगवान भैरव को समर्पित होती है। भगवान भैरव भोलेशंकर के ही अवतार हैं। कालाष्टमी को भैरवाष्टमी के नाम से भी मनाया जाता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान भैरव की पूजा- अर्चना की जाती है। भगवान भैरव की कृपा से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है। आइए जानते हैं कालाष्टमी व्रत पूजा- विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त…
मुहूर्त-
- श्रावण, कृष्ण अष्टमी प्रारंभ – 05:40 पूर्वाह्न, 31 जुलाई
- श्रावण, कृष्ण अष्टमी समाप्त – 07:56 ए एम, अगस्त 01
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महत्व…
- इस पावन दिन भगवान भैरव की पूजा करने से सभी तरह के भय से मुक्ति मिल जाती है।
- कालाष्टमी के दिन व्रत करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- भैरव बाबा की कृपा से शत्रुओं से छुटकारा मिल जाता है।
पूजा- विधि…
- इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
- अगर संभव हो तो इस दिन व्रत रखें।
- घर के मंदिर में दीपक प्रज्वलित करें।
- इस समय कोरोना वायरस की वजह से बाहर जाना सुरक्षित नहीं है, इसलिए घर में रहकर ही भगवान भैरव की पूजा- अर्चना करें।
- इस दिन भगवान शंकर की भी विधि- विधान से पूजा- अर्चना करें।
- भगवान शंकर के साथ माता पार्वती और गणेश भगवान की पूजा- अर्चना भी करें।
- आरती करें और भगवान को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना-
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:18 ए एम से 05:00 ए एम
- अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:54 पी एम
- विजय मुहूर्त– 02:42 पी एम से 03:37 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त– 06:59 पी एम से 07:23 पी एम
- अमृत काल– 08:39 ए एम से 10:26 ए एम