हम सभी मौसम में लगातार बदलाव देखकर परेशान हैं। मौसम में परिवर्तन से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। मौसम में बदलाव के कारण वायरल, श्वसन संबंधी बीमारियों के मरीज अधिक देखने को मिल रही है। कभी तेज धूप, कभी बारिश। मौसम में लगातार बदलाव के कारण स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि तापमान में बदलाव वायरस के विभिन्न समूहों को पनपने के लिए उपयुक्त स्थिति प्रदान करता है जो संक्रामक रोग फैलाते हैं। इससे कुछ समय के लिए एलर्जी उत्पन्न करने वाले रोग भी पैदा होते हैं।
मौसम में बदलाव के कारण वायरल, श्वसन संबंधी बीमारियों के मरीज अधिक देखने को मिल रहे हैं। इसके अलावा जलजनित रोग से पीडि़त कई मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे हैैं। चिकित्सकों की सलाह है कि सही खान-पान, साफ-सफाई और पहनावे का ध्यान रखकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
मौसम के अनुकूल रखें पहनावा, खानपान
डा. नारायणजीत, मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष, दून मेडिकल कालेज के अनुसार मौसम में बार-बार परिवर्तन होने से तापमान कम-ज्यादा हो रहा है।
वहीं, लोग खान-पान व पहनावे को लेकर लापरवाही कर रहे हैं। जिस कारण जुकाम, खांसी, वायरल, गले में दर्द आदि की शिकायत लेकर आ रहे हैं।
- मौसम में हो रहे बदलाव के अनुसार ही अपने खान-पान एवं पहनावे का ध्यान रखना चाहिए।
- इस मौसम में ठंडी चीजों के सेवन से बचें।
- घर का ताजा खाना खाएं।
- साथ ही बदलते मौसम के अनुसार ही पहनावे का ख्याल रखें।
बच्चों और बुजुर्गों का रखेें खास ख्याल
वरिष्ठ फिजीशियन डा. नितनव भटनागर के अनुसार इस तरह के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखने की जरूरत है।
- सुबह-शाम हल्के गर्म कपड़े पहनें।
- गुनगुने पानी से स्नान करें।
- ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक, बासी भोजन खाने से बचें।
- घर से बाहर जाते समय मास्क का प्रयोग करें और शारीरिक दूरी का पालन करें।
- दमा के मरीज धूल, धुएं से दूर रहें।
डायरिया के भी आने लगे मरीज
यूं तो डायरिया अधिक गर्मी और सर्दी में फैलता है, लेकिन इन दिनों मौसम में बार-बार हो रहा बदलाव भी इसकी वजह बन गया है।
बच्चों से लेकर बड़े तक डायरिया का शिकार हो रहे हैं।
जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) के वरिष्ठ फिजीशियन डा. एनएस बिष्ट का कहना है कि डायरिया का कारण दूषित पानी है।
इससे पेट में ऐंठन, सूजन, उल्टी जैसी समस्या होती है। डायरिया की वजह से डिहाइड्रेशन का भी खतरा रहता है।
उनकी सलाह है कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के साथ ही खाने-पीने की चीजों खासकर फल और सब्जी को अच्छी तरह धोकर इस्तेमाल करना चाहिए।