21 वां श्री सतगुरू सेवा राम जी का जोती – जो गुरुपर्व हर्षोल्लास से मनाया, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, थाइलैंड से भी संगतों ने समागम में हुई सम्मिलित

हापुड़।

नामधारी पंथ के छवें गुरु श्री सतगुरू सेवा राम जी का जोती जोत गुरुपर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें दिन रात 19 से 21 मार्च तक सत्संग रूपी अमृत वर्षा संगतों पर हुई।

19 तारीख की सुबह दो अखण्ड पाठ (गुरू ग्रन्थ साहिब) जी की आरम्भता हुई और साथ में श्री गुरू उपदेश, श्री जपुजी साहिब, श्री अखथंड वरनी वरनी जी की आरम्भता से हुई। जिसका समापन आज 21 मार्च को हुआ। समागम में सुबह से नाम सिमस (हरि जाए) के बाद अखण्ड ‘आसादी वार’ कीर्तन की आरम्भता हुई। इसके उपरान्त गुणी ज्ञानी रागी जत्थों ने अपने मधुर कुष्ठ से संगतों को कीर्तन सुनाया और सतगुरु सेवाराम जी के परोपकारों का वर्णन संगतों के समझा किया।

सतगुरू ने बगीचा लगाया, बच्चा-बच्चा राम बोलता…….

समागम में खुर्जा से आए रागी गजेंद्र सिंह, दिल्ली से आए हजूरी रागी भूपेन्द्र सिंह व दिल्ली से आयीं साहिब जादी कनिका ने मधुर कण्ठ से कविता ‘सतगुरू ने बगीचा लगाया, बच्चा-बच्चा राम बोलता” गाकर सबका मन मोह लिया। समागम में दिल्ली से आए रागी जत्थे सरदार मनमोहन सिंह, सोहन सिंह, पंजाब से आए रागी जत्था हरजोत सिंह जख्मी व पंथ प्रसिद्ध रागी जत्था भाई चमनजीत सिंह जी लाल ने सतगुरु सेवाराम जी के गुणों. परोपकारों का वर्णन किया।

समागम मैं दूर-दराज से संगतों का आवागमन रहा। दूर- विदेश से कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, थाइलैंड से भी संगतों ने समागम में हिस्सा लिया। लंगर की सेवा, जोड़ाघर, अमानती सामान घर की सेवा तीनों दिन लगा चलती रही। सम्पूर्ण समागम का संचालन सरदार जसबीर सिंह बत्रा ने किया।
इस कार्यक्रम में सरदार खुशबीर सिंह बत्रा, सुभाष बांगा, हनवन्त सिंह, अशोक डंग, शैलेन्द्र अरोरा बबलू (मैचिंग), राजपाल, आदि का विशेष सहयोग रहा।

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