1 अप्रैल से इन 7 बैंकों की चेकबुक हो जाएगी अवैध! कहीं इनमें आपका खाता तो नहीं ?
Cheque Book Changes: 1 अप्रैल, 2021 से सात बैंकों के चेकबुक अमान्य (Invalid) हो जाएंगे. ये वो बैंक हैं जिनका किसी दूसरे बैंक में विलय हो चुका है. इसलिए अगर आपके पास उन बैंकों की चेकबुक है तो आपको जागरूक होने की जरूरत है. यानी अगर आपका इन 7 बैंक में से किसी में भी खाता है तो फटाफट अपनी नई चेक बुक और IFSC कोड का पता कर लें.
इन 7 बैंकों के चेकबुक हो जाएंगे अमान्य
जिन सात बैंकों के चेकबुक 1 अप्रैल, 2021 से अमान्य हो जाएंगे, उनमें शामिल है Dena Bank, Vijaya Bank, Corporation Bank, Andhra Bank, Oriental Bank of Commerce, United Bank और Allahabad Bank.
31 मार्च के बाद चेकबुक बेकार
देना बैंक और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हो चुका है. ये मर्जर 1 अप्रैल 2019 से लागू है. पहली अप्रैल से इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा के चेकबुक और पासबुक ही चलेंगे. ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ मर्जर हो चुका है. Punjab National Bank एलान कर चुका है कि उसमें विलय हुए दोनों बैंको के चेकबुक 31 मार्च, 2021 तक ही मान्य रहेंगे.
यहां करें संपर्क
आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के खाताधारक अब बैंकों के आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन अपने नए IFSC कोड जान जा सकते हैं. इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट www.unionbankofindia.co.in पर जाना होगा. इसके बाद यहां आपको amalgamation Centre पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आप अपडेट ifsc कोड जान सकेंगे. बैंक के कस्टमर केयर नंबर 1800-208-2244 या 1800-425-1515 या 1800-425-3555 पर फोन कर सकते हैं. या फिर SMS के जरिए जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसके लिए आपको IFSC <OLD IFSC> लिखकर 9223008486 पर मैसेज भेजना होगा.
सिंडिकेट बैंक को थोड़ी ज्यादा मोहलत
हालांकि केनरा बैंक में विलय के बाद सिंडिकेट बैंक के चेकुबक की मान्यता अवधि 30 जून, 2021 तक रखी गई है. इसके अलावा आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में हो चुका है. इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में सरकार विलय कर चुकी है.
1 अप्रैल से नए नियम जारी होंगे
1 अप्रैल से नए नियम इन सभी बैंकों के साथ लागू होंगे. विलय की वजह से खाता संख्या, IFSC कोड, MICR कोड, ब्रांच पता भी बदल जाएगा. इन बैंकों के ग्राहकों को अब नई बैंक की चेक बुक ही मिलेंगी. इन बैंकों के सॉफ्टवेयर एक ही प्लेटफार्म पर ले आए गए हैं. इसलिए अब सभी शाखाओं में नई बैंकों के चेकबुक और पासबुक ग्राहकों को दिए जा रहे हैं.
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