हापुड़। हापुड की रहने वाली निकिता तोमर को फरीदाबाद कोर्ट से आखिर इंसाफ मिल ही गया कोर्ट ने इस मामले में दो आरोपियों की सजा मुकर्रर की है जबकि उनके एक अन्य साथी को इस केस से बरी कर दिया गया। फरीदाबाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए इस मामले में 26 मार्च अपना फैसला सुनाने का निर्णय लिया है। बता दे कि हापुड़ जनपद के धौलाना तहसील के गांव की रहने वाली निकिता तोमर का परिवार कुछ वर्ष पहले रोजी रोटी के कारण फरीदाबाद जनपद के बल्लमगढ़ में जाकर रहने लगा। निकिता तोमर प्रथम वर्ष की छात्रा थी
और अग्रवाल कॉलेज में पढ़ती थी। 26 अक्टूबर सन 2020 को जब निकिता अपनी परीक्षा देकर घर लौट रही थी। तभी गाड़ी सवार कुछ बदमाशों ने हथियारों के बल पर उसका अपहरण करना चाहा जिसका निकिता तोमर ने विरोध किया विरोध करने के उपरांत इस मामले में रेहान ने तौसीफ की मदद से निकिता तोमर को गोली मारकर मौत
के घाट उतार दिया। और फरार हो गए जब इस घटना की सूचना बल्लमगढ़ पुलिस को मिली तो पुलिस में सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया देखते-देखते घटनास्थल पर सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए।
और निकिता तोमर के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग करते हुए हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग करने लगे। इस मामले में निकिता के भाई की तरफ से हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया तथा हरियाणा सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के सवाल उठने लगे लव जिहाद को लेकर लोगों ने हरियाणा सरकार को घेरा जिस पर सरकार ने गंभीरता से दिखाते हुए इस मामले में दूध का दूध पानी का पानी का पानी करने की बात करते हुए तुरंत इसकी जांच शुरू करते हुए इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का निर्णय लिया जिसमें तौसीफ, रेहान व अजरूद्दीन को गिरफ्तार किया गया इसी मामले को लेकर आज फरीदाबाद कोर्ट ने रिहान, तोशिफ को दोषी मानते हुए अपना फैसला सुरक्षित रख दिया जबकि अजरुदीन को इस केस से बरी कर दिया अब इस केस में कोर्ट 26 मार्च को सजा सुनाएगी।
इस मामले को कोर्ट का निर्णय आते ही गांव के लोगों में खुशी का माहौल है लोगों का कहना है कि जब तक निकिता के हत्यारों को फांसी नहीं मिल जाती तब तक हम शांति से नहीं बैठेंगे।