योगी सरकार में गौशाला में गायों की हो रही है दुर्दशा, प्रधान व सचिव पर ग्रामीणों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, डीएम से की कार्यवाही की मांग

हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)। जहां एक ओर योगी सरकार गायों के पालन पोषण के लिए करोड़ों रूपयें खर्च कर रही हैं,वहीं हापुड़ के असौड़ा गौशाला में प्रधान पति व ग्राम सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप व गौशाला में गायों की दुर्दशा के आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री व डीएम से कार्यवाही की मांग की है।

मुख्यमंत्री व डीएम को भेजें पत्र में ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम असौडा में प्रधान व सचिव के द्वारा ग्राम में बिना किसी प्रस्ताव कार्य योजना तथा पंचायत बैठक के बिना ही कार्य कराये जा रहे है जिनमें इनके द्वारा मिलकर पूरा भ्रष्टाचार हो रहा है कहीं नाली निर्माण के नाम पर कही खराब सड़क बनाकर सरकारी नलो के रिबोर व लाईट मरम्मत शौचालय आदि कार्य दिखाकर ग्राम पंचायत के सरकारी पैसे का दुरूपयोग हो रहा है।

अधिकारियों को शिकायत करने पर उनके द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है बार-बार आर०टी०आई० के माध्यम से भी यही जवाब मिलता हैं तथा अधिकारियो द्वारा प्रधान व सचिव का बार-बार बचाव किया जा रहा है। सड़क निर्माण में जांच आख्या में खराब निर्माण व अन्य कमियां होने पर भी कोई कार्यवाही नही हो रही है।

उन्होंने कहा कि गौशाला में भी गौमाताओ की सेवा में घोर लापरवाही हो रही है जिसके कारण गौमाता दम तोड़ रही है। एक अगस्त 22 को भी गौशाला में रह रही गौमाताओ के लिये लापरवाही के कारण काल बनकर आया है जिसमें दो गौमाता की जान चली गयी तथा दो गौमाता मरने की कगार पर है। इसके पहले भी एक दिन में तीन चार गौमाताओं की मृत्यु हो चुकी है।

ग्राम पंचायत सदस्यों के द्वारा जब आवाज उठाई गई तब प्रधान पति व सचिव द्वारा उन पर दबंगई दिखाते हुये गौवशाला में जाने पर पाबन्दी लगा दी गयी तथा मुकदमे की धमकी दी गयी।

उन्होंने कहा कि असौड़ा ग्राम सचिव व ग्राम प्रधान की पूरी जिम्मेदारी है तथा वह दोषी है। शासन द्वारा इसे संज्ञान में लेकर प्रधान व सचिव के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए. तथा इन पर प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।

असौडा के निवासियों में गौमाता की मृत्यु का रोष है। ग्रामीणों ने मृत गौमाताओं का अन्तिम संस्कार कराया गया।

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